कैदी जेल से कर सकेंगे अपनों से बात

जेलों में बंद कैदियों को उनके परिजनों से बात करने के लिए जल्द पीसीओ लगवाए जाएंगे। इसका प्रस्ताव कैबिनेट में पास हो गया है। इसके लिए अति सुरक्षित सिस्टम बनाया जाएगा। साथ ही सजा पूरी कर जुर्माना राशि अदा न कर पाने से जेल में रहने को मजबूर लोगों को जुर्माना जमा कराकर रिहा कराया जाएगा।

यह जानकारी प्रदेश के जेल सलाहकार अयूब अंसारी ने दी। रविवार को जेल का निरीक्षण करने आए अंसारी ने पत्रकार वार्ता में कहा कि जेलों में दीपावली पूजा के बड़े आयोजन के लिए कोर्ट से अनुमति ली जाएगी। इसके बाद एनजीओ के माध्यम से दीपावली पूजन कर हर बंदी को जेल की तरफ से लड्डू और खील-गट्टे का वितरण होगा।�

उन्होंने कहा कि जेल मुफ्त में खाना खाने के सेंटर बनकर रह गए हैं। प्रदेश सरकार पर जेलों का बहुत बड़ा खर्च आता है। जेलों की अपनी आमदनी होनी चाहिए, इसलिए इटली की तर्ज पर प्रदेश में एक मॉडल जेल बनवाएंगे। इसमें बंदियों से उनकी रुचि के हिसाब से काम लिया जाएगा। इससे बंदियों के साथ जेल भी स्वावलंबी बनेंगे।

अगर यह प्रयोग सफल रहा तो अन्य स्थानों पर व्यवस्था लागू कराई जाएगी। बताया कि खाड़ी देश कतर में रहने वाले उनके मित्र सिर्फ जमीन देने पर प्रदेश में एक मॉडल जेल बनाकर देना चाहते हैं, इसलिए प्रदेश सरकार को वह इसका प्रस्ताव भेज रहे हैं।

सलाहकार ने जेल में आईटीआई की तरफ से प्रशिक्षण पाने वाले बंदियों को प्रमाणपत्र भी बांटे। इस दौरान जेल विजिटर मो. मुस्तफा, दोनों जेल अधीक्षक वीके मिश्र और विजय विक्रम सिंह मौजूद रहे।

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