'ऑपरेशन आलआउट' क्या ऊपर बालों को खुश करने के लिये...?

कोंच। 'ऊपर' बाले अधिकारियों का हुकुम बजा लाने के लिये आज पुलिस द्वारा चलाया गया 'ऑपरेशन आलआउट' पूरी तरह फ्लॉप रहा और ऐसा लगा जैसे उन ऊपर बालों को खुश करने के लिये मरे हाथी के दांत उखाड़े गये हों। अन्ना जानवरों से परेशान किसान जो खेतों में घुसे गाय बछड़ों को हांक कर इलाके के बाहर खदेड़ रहे थे, 'ऑपरेशन आलआउट' के शिकार होकर थाने पहुंच गये। अबैध शराब पकडऩे के लिये ले दे कर कबूतरों का ही डेरा हर बार निशाना बनता है सो आज भी बन गया जहां दर्जनों ड्रम लहन नष्ट कर तकरीबन पांच सौ लिटर कच्ची शराब बरामद कर कोतवाली ले आये। इस मामले में मौके पर कोई पकड़ा नहीं जा सका जबकि चार महिलाओं की इसमें नामजदगी की गई है।

एसपी एन कोलांची के बिशेष निर्देश पर मंगलवार को कोतवाली पुलिस द्वारा चलाये गये 'ऑपरेशन आलआउट' की हालत फुसफुसे पटाखे की तरह रही। इस ऑपरेशन का मकसद अपराधों पर लगाम लगाना, बाईकर्स की ट्रिपिंलिग रोकना, अबैध शराब, अबैध असलहों की बरामदगी आदि को लेकर कोतवाली पुलिस की कई टीमें आज विभिन्न इलाकों में घूमीं जिनमें एक टीम सीओ मनोजकुमार गुप्ता की अगुवाई में जिसमें एसएसआई हरेन्द्रसिंह, एसआई दिनेश यादव भी शामिल थे, कबूतरों के डेरों पर पहुंची और वहां तकरीबन पांच हजार लिटर लहन नष्ट करने के अलावा तकरीबन पांच सौ लिटर कच्ची शराब बरामद हुई है। दूसरी अन्य टीम ने बहुत बड़ा पहाड़ उठाया, अन्ना जानवरों से त्रस्त किसान अपने खेतों से लगभग सैकड़ा भर गाय बछड़ों को हांक कर इलाके के बाहर ले जा रहे थे, पुलिस ने उनको पकड़ की जमकर मारापीटा और हवालात में ठूंस दिया। पुलिस के इस कारनामे को लेकर किसानों में आक्रोश है, पकड़े गये किशोर कोतवाली में हैं।

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