पेटीएम में एमप्लोय को फंसाया गया !

पे टी एम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा से कथित तौर पर फिरौती वसूलने के मामले में गिरफ्तार कंपनी की कम्युनिकेशंस मैनेजर सोनिया धवन के परिवार और वकील ने कहा कि 'कंपनी के अंदर चल रही प्रतिद्वंद्विता' के कारण उन्हें फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि एक महीना पहले सोनिया को कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया था। शायद इसी वजह से उन्हें फंसाया गया है।





सोनिया पेटीएम के फाउंडर की सेक्रेटरी भी थीं। उनके वकील प्रशांत त्रिपाठी ने बताया, 'सोनिया को एक महीना पहले पेटीएम का वाइस प्रेसिडेंट बनाए जाने के बाद साजिश शुरू हुई। हो सकता है कि कंपनी में लोग या परिवार (विजय शेखर शर्मा का) के कुछ सदस्य इससे खुश न हों।' सोनिया के परिवार ने विजय शेखर के भाई अजय शेखर शर्मा के साजिश में शामिल होने का शक जताया है। अजय ने इस मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी। 

हालांकि, पेटीएम के सूत्रों ने इससे इनकार किया। उनका कहना है कि परिवार कंपनी में सोनिया की भूमिका को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी में लगभग आधा दर्जन वाइस प्रेसिडेंट और सीनियर मैनेजमेंट में करीब 20 लोग हैं। एक सूत्र ने कहा, 'सोनिया को वाइस प्रेसिडेंट (कम्युनिकेशंस) बनाया गया था और अजय या पेटीएम में किसी अन्य के इससे असुरक्षित होने का कोई कारण नहीं है। यह कहना गलत है कि विजय शेखर शर्मा के बाद सोनिया कंपनी की दूसरी सबसे बड़ी अधिकारी थीं।' हालांकि, पेटीएम के सूत्रों ने इससे इनकार किया। उनका कहना है कि परिवार कंपनी में सोनिया की भूमिका को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी में लगभग आधा दर्जन वाइस प्रेसिडेंट और सीनियर मैनेजमेंट में करीब 20 लोग हैं। एक सूत्र ने कहा, 'सोनिया को वाइस प्रेसिडेंट (कम्युनिकेशंस) बनाया गया था और अजय या पेटीएम में किसी अन्य के इससे असुरक्षित होने का कोई कारण नहीं है। यह कहना गलत है कि विजय शेखर शर्मा के बाद सोनिया कंपनी की दूसरी सबसे बड़ी अधिकारी थीं।' 

इस खबर के लिए ईटी के पूछे गए सवालों का पेटीएम ने जवाब नहीं दिया। सोनिया के वकील प्रशांत त्रिपाठी ने उनसे जेल में मुलाकात की है। त्रिपाठी ने कहा, 'सोनिया को निश्चित तौर पर फंसाया गया है। वह खुद को निर्दोष बता रही हैं। लाखों रुपये कमाने और करोड़ों के शेयर रखने वालीं सोनिया एक घर खरीदने के लिए ऐसा क्यों करेंगी? वह शेयर बेचकर घर खरीद सकती थीं।' पुलिस को शक है कि सिर्फ सोनिया के पास ही विजय शेखर शर्मा की वह व्यक्तिगत जानकारी थी, जो चुराई गई है। गिरफ्तार पेटीएम एंप्लॉयी देवेन्द्र कुमार ने भी पुलिस के सामने माना है कि सोनिया ने फिरौती के लिए उसे गोपनीय डेटा दिया था। 

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