News

बाराबंकी : देवा मेले में विभिन्न प्रांतों की हस्तशिल्प कला के नायाब नमूने लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हैं। मेले की कई बाजारें इन आकर्षक शिल्प के सामानों से सजी हैं।
देवा मेला आने वाले जायरीन मेले के दौरान घरेलू सामानों के साथ शिल्पकला के नायाब सामानों की भी काफी खरीददारी करते हैं। मेले में कोलकाता के आकर्षक लकड़ी के फूलों से सजे गुलदस्ते, सहारनपुर के सजावटी एवं घरेलू उपयोग के लकड़ी के नक्काशीदार सामान, गाजीपुर का जूट वर्क, वाल हैं¨गग, कोलकाता का काथा वर्क, मोरी स्टिच से बने वस्त्र, हावड़ा की इमीटेशन ज्वैलरी, जयपुर की स्टोन ज्वैलरी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी है।
कानपुर का लेदर वर्क, मद्रास का सीप वर्क, बिहार की मधुबनी पें¨टग एवं हस्तशिल्प से निर्मित वस्त्र भी जायरीन की खरीददारी का केंद्र बने हैं। मेले में लगी इनकी दुकानें कला के शौकीन लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। जयपुरी कपड़े, हैंडमेड बोन ज्वैलरी के साथ प्रदेश के अमरोहा की ढोलकें, मेरठ की खेल सामग्री की दुकानों पर भी काफी खरीददार उमड़ रहे हैं। मेले में इनकी बिक्री को बढ़ावा देने के लिए हस्तशिल्प विभाग द्वारा शिल्प बाजार भी लगाया गया है जहां हस्तशिल्प के एक से बढ़कर एक नमूनों में जायरीन काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। इसके अतिरिक्त जिले के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाई गई सामग्रियां भी आकर्षण का केंद्र बनी हैं।
बाराबंकी : देवा मेला कमेटी की ओर से शुक्रवार की शाम सैयद कुर्बान अली शाह एवं हाजी वारिस अली शाह के आस्ताने पर चादर पेश की गई। चादर जुलूस में प्रशासनिक अधिकारी एवं मेला कमेटी के सदस्य मौजूद रहे।
एवं पीएसी बैंड पर बजते सूफी कलाम की मधुर ध्वनि के बीच चादर जुलूस सायंकाल मेला कमेटी के कार्यालय से रवाना हुआ। जुलूस में शामिल डीएम योगेश्वर राम मिश्र, एसपी अब्दुल हमीद, एडीएम हरिकेश चौरसिया एवं मेला कमेटी के सदस्य फवाद किदवई, रिजवानुर्रहमान किदवई, संदीप मिश्रा आदि ने सैयद कुर्बान अली शाह की मजार पर चादर एवं सेहरा पेश किया। इसके बाद जुलूस सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर पहुंचा जहां मेला कमेटी की ओर से चादर पेश कर मेले में अमन-चैन की दुआ मांगी गई। इस मौके पर मेला कमेटी के अन्य सदस्य एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।
इनसेट-चंद्रमुखी ने दर्शकों को गुदगुदायादेवा: अनादि संस्था द्वारा शुक्रवार को सांस्कृतिक पंडाल में प्रस्तुत हास्य नाटक चंद्रमुखी ने दर्शकों को जमकर हंसाया। नाटक का कथानक शहरों में मकान किराए पर मिलने की समस्या पर आधारित है। मकान मालिक की शर्त है कि मकान केवल शादीशुदा व्यक्ति को ही मिलेगा। इस समस्या से जूझते एक कुंवारे युवक द्वारा अपने दोस्त को अपनी बीबी चंद्रमुखी बनाकर मकान लेने और इसके बाद के घटनाक्रम पर आधारित नाटक ने दर्शकों को खूब हंसाया। मुन्नी देवी की परिकल्पना एवं निर्देशन में अंकित विश्वकर्मा, प्रदीप मिश्रा, सरिता यादव, डॉ. मधुप्रकाश, महेश राज खत्री, कन्हैयालाल ने नाटक में अपने किरदार निभाए। संगीत निर्देशन मास्टर आदित्य ने किया। इस मौके पर दर्शकों की काफी भीड़ मौजूद रही।

CONVERSATION

0 comments:

Post a Comment