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'मुंगेर' की पिस्टलों से मौत बांटता है 'रईस बनारसी'
**फरारी बन गई वाराणसी और कानपुर पुलिस के लिए चैलेन्ज**

बनारस से बरेली ले जाए जा रहे कुख्यात अपराधी रईस सिद्दीकी उर्फ़ रईस बनारसी आज रास्ते में शहजाहाँपुर के पास पुलिस को चकमा दे के फरार हो गया।

कानपुर के  अनवरगंज के हीरामन का पुरवा से जरायम की दुनिया में पैर रखने वाले रईस सिद्दीकी उर्फ रईस बनारसी आज की तारीख में कुख्यात हत्यारा और लुटेरा है। भाई की हत्या के बाद पनाहगार बने ननिहाल (वाराणसी) में उसने शहर के समानांतर गैंग तैयार कर लिया। जिसका मुख्य पेशा मुंगेर (बिहार) से पिस्टल व कारतूस की तस्करी और लूट व हत्या बन गया लेकिन निशाना कानपुर का शातिर शानू ओलंगा ही रहा।
हीरामन का पुरवा में भाई नौशाद के हत्यारे शानू ओलंगा से बदला लेने की कसम खाने वाले रईस सिद्दीकी ने वाराणसी के दशाश्वमेघ घाट स्थित खालिसपुरा मकान न. डी 33/191 स्थित ननिहाल में पनाह ली। जहां उसने बच्चा यादव, अवधेश सिंह ,बाले पटेल, पंकज उर्फ नाटे और कटेसर (रामनगर) के जावेद खां को मिलाकर गैंग बना लिया। यह गैंग शहर के डी टू गैंग के समानांतर वाराणसी में सम्राज्य स्थापित करने में जुट गया। बनारस में रहने के कारण उसका नाम रईस बनारसी पड़ गया। गैंग चलाने के लिए उसने लूट व हत्या के साथ मुंगेर (बिहार) से विदेशी असलहों की तस्करी शुरू कर दी। बिहार से यह असलहे रुई, कबाड़ और भूसे के ट्रकों में छिपाकर प्रदेश में लाये जाते हैं।
पिछले चार साल से कानपुर पुलिस की नजरों से ओझल रईस बनारसी ने मोनू पहाड़ी संग मिलकर भाई के हत्यारे शानू ओलंगा की हत्या कर दी थी। इसमें मोनू पहाड़ी के साथ देने के पीछे उसका टायसन से बदला लेना था। जिसकी मुखबिरी के चलते डी टू गैंग के मुखिया अतीक के भाई तौफीक और रफीक की हत्या हुई थी। अतीक का भाई अफजाल आजकल राजस्थान में असलहा तस्करी का धंधा कर रहा है। मोनू पहाड़ी उसकी सरपरस्ती में है। जिसके चलते ही दोनों में शानू ओलंगा के बदले टायसन की मौत की डील पक्की हुई। शानू की हत्या के बाद रईस ज्यादा बनारस में ही रहता था। और बाद में वही उसकी गिरफ्तारी भी हुई।

**तस्करी व लूट में पुलिस वर्दी का करता इस्तेमाल**
कानपुर : रईस बनारसी इतना शातिर है कि वह तस्करी व लूट करने में पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल करता है। इसका खुलासा 2007 में बनारस में पेट्रोल पंप मालिक की हत्या में गिरफ्तारी के बाद हुआ था। अनुमान लगाया जा रहा है कि वीआईपी रोड पर शानू ओलंगा की हत्या में भी उसने खाकी वर्दी का प्रयोग किया, जिससे कोई उसपर शक न कर सके।

- हथुआ मार्केट में पेट्रोल पंप मालिक की हत्या कर 3.5 लाख की लूट
- शेख सलीम फाटक (चेतगंज) में लोहता के व्यापारी को गोली मारकर लूट
- रामकटोरा के पास व्यापारी को गोली मार कर लूट का प्रयास
- लक्सा के पास व्यापारी को गोली मारकर दो लाख की लूट
- मुखबिरी के शक में दशाश्वमेघ क्षेत्र में साथी दीपू वर्मा की हत्या
- रेवड़ी तालाब के पास साड़ी कारोबारी संग दो लाख की लूट
- बेकनगंज (कानपुर) में राजा शोएब की हत्या, नाम नहीं आया।
- वरुणापुल स्थित असलहा दुकान संचालक भाजयुमो नेता विवेक सिंह को गोली मारी
🔹विसर्जन,भरत मिलाप, दूल्हे का जुलुस एक साथ आज
🔹जिला प्रशासन की आज होगी अग्नि परीक्षा
🔹शहर को सेक्टर में बाँट कर चाक चौबंद की गई है व्यवस्था
🔹अर्ध सैनिक बलो सहित एसटीएफ को भी सुरक्षा के मद्देनजर मैदान में उतारा गया

🔹काशी में आज प्रशासन के सामने तीन बड़ी चुनौतियां एक साथ है। शहर और देहात की ज्यादातर प्रतिमाओं का विसर्जन,आज खिड़कियां घाट के पास और विश्व सुंदरी पुल के नीचे बने गंगा सरोवरो सहित नगर के कई कुंडो में होना है, शाम को ऐतिहासिक नाटी ईमली के मैदान में काशी की परम्परा और संस्कृति का साक्षी भरत मिलाप का अद्भुत आयोजन भी आज ही है, काशी के लक्खा मेले में शुमार भरत मिलाप में लाखो की भीड़ उमड़ती है। आज ही रात में शिवाला क्षेत्र से मुहर्रम की 9 तारीख को निकलने वाला दूल्हे का जुलुस भी निकलेगा,जिसमे भी भारी भीड़ होती है। कुल मिला के देखा जायें तो एक साथ तीन चुनौतियां आज प्रशासन के सामने है ,और पिछले दिनों प्रतिकार यात्रा के दौरान उपद्रवी तत्वों के द्वारा फैलाई गई अराजकता के मद्देनजर,  प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।

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