किसानों को पानी न मिला तो अफसरों पर होगी कार्रवाई


उरई। सिचाई की व्यवस्था में कोताही
होने पर अगर किसी किसान का पलेवा
नही हो पाता तो जिम्मेदार
अधिकारी के वेतन से उसके नुकसान की
भरपाई कराई जायेगी। साथ ही उक्त
अधिकारी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज
कराया जायेगा।
गत् वर्ष रबी की फसल बेमौसम बारिश और
ओलावृष्टि में चैपट हो गई थी तो खरीफ में
भी उन्हें फिर चोट झेलनी पड़ी। भीषण
सूखा के कारण इस फसल में पैदावार इतनी
कम रह गई है कि कटाई की मजदूरी तक की
उपज नही मिल पा रही है। किसानों में
इसके बाद भयंकर बेचैनी देख उन्हें अनहोना
कदम उठाने से रोकने के लिए जिला
प्रशासन ने कमर कस ली है।
जिलाधिकारी ने इसको देखते हुए नहर,
नलकूप, लिफ्ट सिंचाई व बिजली से जुड़े
अधिकारियों के लिए आज कड़े दिशा
निर्देश जारी किये। इसमें उन्होंने कहा है
कि किसानों को समय पर पलेवा के लिए
पानी देने हेतु सिंचाई बंधु के बैठक में जो
कार्य योजना तय की गई है। अगर उसके
मुताबिक काम नही होता तो संबंधित
अधिकारी को इसके लिए जिम्मेदार
माना जायेगा। किसान को संभावित
उपज का मुआवजा उसके वेतन से कटौती कर
अदा कराया जायेगा। अगर अधिकारी
उस पर लगे जुर्मानें को देने में आनाकानी
करते हैं तो उनके खिलाफ आरसी तक जारी
की जायेगी और आपराधिक लापरवाही
का मुकदमा भी दर्ज कराया जायेगा।
जिलाधिकारी ने सभी
उपजिलाधिकारियों व खंड विकास
अधिकारियों से कहा वे स्थिति पर
निगाह रखे और जहां भी अधिकारियों
की चूक की वजह से किसानों का नुकसान
हो तत्काल उन्हें रिपोर्ट भेंजे ताकि उनके
खिलाफ सबक सिखाने के लिए कार्रवाई
शुरू की जा सके।

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