केजरीवाल के समारोह में पहुंची महिलाओं के उतरवाए गए दुपट्टे

दिल्ली सरकार के बिहार सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या मुख्य अतिथि नीतीश कुमार के विरोध का डर था।

विरोध में कोई काला कपड़ा नहीं दिखा सके इसलिए महिलाओं के सम्मान (दुपट्टा) कार्यक्रम में शामिल होने के पहले उतरवा लिया गया।

तो बिहार में सम्मान के तौर पर कंधे पर रखे जाने वाला गमछा भी सुरक्षा कर्मियों ने बाहर ही रखवा लिया। अति तो तब हो गई, जब महिलाएं बाहर आईं तो कुछ का दुपट्टा ही गायब हो गया।

मंगोलपुरी से आई अनीता जब सुरक्षा गेट पर पहुंची तो उन्हें दुपट्टा उतारने को कहा गया। उन्हें कार्यक्रम में शामिल होना था तो दुपट्टा तो उतारकर रख दिया लेकिन उनका कहना था कि अगर ऐसा था तो आमंत्रण के समय बताना चाहिए था।

ऐसा कोई सिर्फ अनीता के साथ नहीं हुआ बल्कि रोहिणी से आई सुप्रीम का भी काला दुपट्टा गेट पर उतरवा लिया गया। सुप्रिया जब वापस लौटीं तो उनका दुपट्टा नहीं था। सुप्रिया ने कहा कि मेरा अच्छा दुपट्टा था लेकिन पता नहीं कौन ले गया। दुपट्टा उतारकर कार्यक्रम में शामिल होने पर महिलाओं में रोष भी देखने को मिला। उत्तम नगर से आई महिला जिसके सिर पर आम आदमी पार्टी की टोपी भी थी, विरोध जताया। दुपट्टा उतारने की बात सुरक्षा कर्मियों कहीं तो इज्जत की बात कहकर डांट भी दिया। उन्होंने कहा कि एक तरह से यह महिला का अपमान है। कुछ पुरुषों का गमछा गेट पर रखवा लिया तो कुछ को काली टोपी पहनकर आना भारी पड़ा। उनकी टोपी रखवा ली गई।

दिल्ली सरकार के मैथली-भोजपुरी अकादमी के सरकारी कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने पर कुछ लोगों ने विरोध किया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती वहां से निकल रहे थे तो विरोध जताया गया।

कार्यक्रम में शामिल होने आए कुछ गैर राजनीतिक दल के लोगों ने कहा कि सरकारी सम्मान समारोह का कार्यक्रम था लेकिन मंच पूरी तरह से राजनीतिक अखाड़ेबाजी का बन गया।

-पड़ोसी देश नेपाल में हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर बंद आज भी जारी है। जिसके कारण महराजगंज जिले में सोनौली बार्डर पर वाहनों की लंबी कतार लग गई है। नेपाल में संविधान निर्माण के दौरान ही हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर बवाल हो रहा था।

2-केजीएमयू की डॉक्टर शालिनी गुप्ता को स्कॉटलैंड की यूनिवर्सिटी से मिली आईसीएमआर फेलोशिप।

3-3-त्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में पिटीशन दायर करने वाले टीचर को ही राज्य सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। सुल्तानपुर के शिव पाठक की पीआईएल पर ही पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए कहा था कि यूपी के सभी जनप्रतिनिधियों, सरकारी अफसरों, एम्प्लॉइज़ और जजों को अपने बच्चों को सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाना होगा।

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