वार्ता के बाद भी नहीं बनी बात, किसानों का धरना जारी

नहर में पानी न आने से किसानों का आक्रोश चरम सीमा पर

उरई। भारतीय किसान यूनियन का कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना का दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रशासन ने यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लम्बरदार के साथ लम्बी बातचीत की। कृषि, नहर, बीमा कम्पनी आदि के अधिकारियों ने किसानों के बीच जाकर उन्हें सम्बोधित किया और अपने विभाग की योजनाओं व लाभ देने में आने वाली व्यवहारिक कठिनाईयां बतायी। फिर भी किसान नहीं पसीजे। लम्बरदार ने कहा कि धरना तब तक खत्म नहीं होगा जब तक कि अधिकारी सभी किसानों से खुली बातचीत करके उन्हें संतुष्ट न कर दें।
 आज सुबह दफ्तर आते ही अपर जिलाधिकारी आनन्द कुमार ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम सिंह लम्बदार को धरना स्थल पर एक कर्मचारी पहुंचाकर बुलावा भेजा। लम्बरदार और एडीएम के बीच सभी मुद्दों पर काफी देर तक विचार विमर्श हुआ। इसके बाद अपर जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि अनिल पाठक, सहायक निबन्धक सहकारिता वीरेन्द्र बाबू दीक्षित, नहर विभाग के सहायक अभियंता ए.एस.सिंह, फसल बीमा योजना संचालित होने वाली कम्पनी के प्रतिनिधि रविन्द्र राजपूत को बुलाया और सभी को किसानों के बीच जाकर उन्हें अपनी बात बताने के लिये कहा।
किसान मुख्य रूप से इस बात पर बिफरे हुये है कि एक ओर तो उन्हें पिछली फसल की क्षति का बीमा क्लेम देने में आनाकानी की जा रही है। दूसरी ओर वर्तमान फसल के लिये सिंचाई करने को पानी नहीं मिल रहा है। बलराम सिंह लम्बरदार ने कहा कि हमारा धरना शांतिपूर्ण है लेकिन उक्त मुद्दों पर अधिकारियों को अकेले उनकी बजाय सभी किसानों के बीच खुली वार्ता करनी चाहिये। तभी धरना समाप्त होना सम्भव है। इसी के साथ उन्होंने आज धरना यथावत जारी रखा।

CONVERSATION

0 comments:

Post a Comment