आपके फेकें पत्थर मेरा मुकाम बनायेंगे

🏠🏠🏠🏠🏠🏠🏠

प्रधान सम्पादक की कलम से
✒✒✒✒✒✒✒

लोग मनाने या न माने लेकिन मेरा ये मत है कि किसी भी कार्य को सफलता के अंजाम तक पहुँचाने में दो लोगों को विशेष श्रेय जाता है लेकिन अधिकांश लोग अपनी सफलता की चमक के साथ एक लोगों को तो अपना पूरा श्रेय प्रदान कर देते है लेकिन उसको भूल जाते है जिसने भी सफलता के मुकाम तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन किया है हलाँकि कल E&E न्यूज को सफलता के मार्ग पर अग्रसर करने के लिये प्रेषित मेरा धन्यवाद सन्देश भी यही गलती कर बैठा। हमने उन तमाम लोगोँ का तो धन्यवाद अदा कर दिया जिनने प्रत्यक्ष रूप से हमारा मनोबल बढ़ाया है लेकिन सफलता का श्रेय जितना प्रत्यक्ष रूप से साथ देने वालों को मिलना चाहिये उतना ही आलोचकों को भी मिलना चाहिये । मैने एक पुस्तक में पढ़ा भी था कि जिस दिन हमारी आलोचना न हो समझ लो उस दिन हम गलत रास्ते पर जा रहे है।
 यानि सफलता का श्रेय प्राप्त करने का हक आलोचकों का भी है इसलिये मै E&E न्यूज को कामयाबी की दहलीज की ओर अग्रसर करने वाले समस्त प्रत्यक्ष एव अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग कर रहे लोगो का धन्यवाद करता हूँ साथ ही साधुवाद करता हूँ अपने आलोचकों का जिनके द्वारा पीठ पीछे फेकें गये पत्थरो से मुझे अपनी कामयाबी की मंजिल तैयार करने को सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
विरोध प्रदर्शित करने के लिये वजूद की एवम वजूद प्रदर्शित करने के लिये विरोध की आवश्यकता होती है इसलिये शुक्रिया अदा करना चाहूँगा मै अपने विरोधियों का जिनके वजह से मुझे अपने वजूद का अहसास होता है।


आपका अपना
पारसमणि अग्रवाल
7524820277

CONVERSATION

0 comments:

Post a Comment