दिवाली पे रखें सेहत का ख़याल !

दीपावली दीपों का त्यौहार है, इस दिन रोशनी का विशेष महत्व होता है। दीपावली का त्‍यौहार अपने साथ खुशियां लेकर आता है और इस त्‍यौहार को हम पूरी पवित्रता और हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। इस रोशनी के त्‍यौहार को बड़े पैमाने पर मनाया जाता है लेकिन लापरवाह रहने से इस पर्व का मजा किरकिरा हो सकता है। इसलिए इस समय कुछ बातों का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी होता है। आइए हम आपको बताते है सेहतमंद और सुरक्षित दीपावली मनाने के कुछ उपायों के बारें में।







  • दिवाली के मौके पर लोग धड़ल्ले से मिठाइयों का सेवन करते हैं, नतीजन आप कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। इन बीमारियों का कारण जहां एक ओर मिठाइयां खाना है, वही आपकी दिनचर्या अस्त-व्यस्त होना भी है। इसके साथ ही आप मिलावटी खाद्य पदार्थों का भी लगातार सेवन करते है।
  • कुछ स्वार्थपरक लोग अपनी जेबें भरने के लिए दिवाली जैसे त्योहारों पर मिठाईयों और खानपान की चीजों में मिलावट करते है जिससे इन मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन और उपयोग से फूड पॉइजनिंग समेत पेट संबंधी कई बीमारियों का खतरा रहता है।
  • मिलावटी खाद्य पदार्थ के सेवन से किडनी, हार्ट जैसे शरीर के बड़े अवयवों को भी नुकसान पहुंच है क्योंकि इनमें मिलें कुछ कैमिकल के कारण ऐसा होता है।
  • दिवाली के मौके पर मिलने वाली कई वैराइटी में डिजाइन और रंगों में मिलने वाली मिठाई आपकी सेहत के लिए सबसे अधिक नुकसानदेह हो सकती है। दरअसल, बाजार में नकली दूध, खोवा और घी बड़े पैमाने पर मिल रहे हैं।
  • दिवाली के दौरान बहुत सी मिठाईयों के बिकने से हलवाई भी सस्ते सामान का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वजह से रंग-बिरंगी मिठाइयों में केमिकल और मिलावटी पदार्थो का ज्यादा उपयोग किया जाता है, जिससे वह दिखने में आकर्षक लगे। ऐसी मिठाइयों के सेवन से लोगों की सेहत को खतरा है।
  • खाने-पीने के अलावा लोग आमतौर पर दिवाली जैसे अवसरों पर व्यायाम इत्यादि करना छोड़ देते है जिससे उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव साफ दिखाई पड़ता है। दिवाली का मौका हो या फिर कोई भी त्योहहार आपको फिट रहने के लिए व्यायाम अवश्य करना चाहिए।
  • दमा एवं दिल के मरीजों को दिवाली के मौके पर खास तौर पर सावधानियाँ बरतनी चाहिए। यही नहीं इस त्योहार पर जलने, आँखों को गंभीर क्षति पहुँचने और कान का पर्दा फटने, दिल का दौरा पड़ने, सिर दर्द, अनिद्रा और उच्च रक्तचाप जैसी घटनाएं भी होने की आशंका बनी रहती है।
  • दिवाली पर आपकी सेहत का दिवाला न निकले इसीलिए आपको बम-पटाखों इत्यादि को जलाने से बचना चाहिए। पटाखों इत्यादि से न सिर्फ जलने बल्कि सांस संबंधी बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
  • डॉक्टर्स हमेशा से ही दिवाली के मौके पर तेज आवाज वाले पटाखे चलाने से परहेज करने और दमा तथा दिल के मरीजों को पटाखों से दूर रहने की सलाह दी है। पटाखों के कारण दिवाली के बाद वायु प्रदूषण छह से दस गुना और आवाज का स्तर 15 डेसिबल तक बढ़ जाता है। इससे सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
  • अपनी दिवाली को खुशहाल बनाने के लिए आप सावधानी बरते हुए अपने बच्चों के आसपास ही रहें और आपातकालीन स्थिति के लिए बिल्कुल तैयार रहें।

CONVERSATION

0 comments:

Post a Comment