मेरे हसबैंड ने मुझे प्रेगनेंसी में सिलिंडर से मारा!

ये शब्द हैं उस औरत के जिसने 15 साल की उम्र में गरीबी देखी, शारीरिक-मानसिक Torture सहा, जिसको रिश्तों ने हर कदम पर धोखा दिया… जब उसने दुनिया से मदद मांगने की सोची, तो समाज उसे नोचने के लिए तैयार बैठा था. लेकिन वो लड़ी, इन सब से वो मर्दानी ऐसे लड़ी कि दुनिया अपने मुंह में हाथ लगाए रह गयी.
दो बच्चों को अकेले पाल रही गीता टंडन हर उस लड़की (इंसान) के लिए Inspiration है, जिसे लगता है कि अपने अस्तित्व की लड़ाई में वो अकेली है. इस औरत ने अकेले, गरीबी झेलते हुए खुद को एक ऐसी ज़िंदगी दी, जो शायद किसी मूवी की दमदार कहानी को पछाड़ दे.




गीता की कहानी सुन कर मैरी कॉम में प्रियंका का वो डायलॉग याद आ गया, "किसी को इतना भी मत डराओ, कि डर ही ख़त्म हो जाए" . इस वक़्त बॉलीवुड की लीडिंग लेडीज़ के लिए स्टंट करने वाली गीता टंडन को शायद आप पहचान न पाएं, लेकिन इनकी कहानी जानने के बाद आप शायद ही इन्हें भूल पाएंगे.





अपने बच्चों को गीता आगे बढ़ते हुए देखना चाहती है. हम गीता को ऐसे ही जज़्बे के साथ ज़िन्दगी जीते हुए देखना चाहते हैं. गीता, तुम जैसे कम ही होते हैं, लेकिन तुम अकेली हज़ारों को प्रेरणा दे सकती हो.

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