24 घण्टे से अनशन पे बैठा नवयुवक

कानपुर में SC/ST एक्ट के खिलाफ 24 घंटे से आमरण अनशन पर अकेले बैठा नौजवान
कानपुर के बर्रा 2 इलाके के रहने वाले किशन भट्ट, पेशे से एमआर हैं. किशन को जब ये जानकारी हुई कि देश भर में एससी एसटी एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी का कानून को केंद्र सरकार ने लागू कर दिया है. उसके बाद से ही किशन जगह-जगह इस कानून के खिलाफ अपने साथियों के प्रदर्शन कर रहा था.

केंद्र सरकार के एससी एसटी एक्ट संशोधन बिल को लेकर उत्तर प्रदेश में विरोध जारी है. कहीं सवर्ण समाज गांव में पोस्टर चिपका रहा है कि कृपया चुनाव में वोट लेने इस गांव में आकर शर्मिंदा न करें, वहीं कहीं लोग सड़कों पर उतर आए हैं. उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी इसी तरह का विरोध देखने को मिला. यहां एक्ट को तत्काल वापसी के खिलाफ एक युवक अकेले ही 24 घंटे से आमरण अनसन पर बैठ गया है. वह दावा कर रहा है कि कानून वापसी तक वह अनशन करता रहेगा, चाहे उसकी जान चली जाए. देर शाम खबर आई कि युवक के दोस्तों ने समझा-बुझाकर उसका अनशन खत्म करा दिया है.कानपुर के बर्रा 2 इलाके के रहने वाले किशन भट्ट, पेशे से एमआर हैं. किशन को जब ये जानकारी हुई कि देश भर में एससी एसटी एक्ट में तत्काल गिरफ्तारी का कानून को केंद्र सरकार ने लागू कर दिया है. उसके बाद से ही किशन जगह-जगह इस कानून के खिलाफ अपने साथियों के प्रदर्शन कर रहा था. मगर जब किशन की बात कहीं नहीं सुनी गई तो वो कानपुर दक्षिण के चर्चित शास्त्री चौक चौराहे पर पिछले 24 घंटो से आमरण अनशन पर बैठ गया है.किशन की मांग है कि जब तक देश मे लागू हुये एससी-एसटी एक्ट जो कि काला कानून है, जिसे सरकार वापस नहीं ले लेती है तब तक वह यही आमरण अनशन पर बैठ रहेगा. फिर चाहे उसकी जान ही चली जाये. सबसे बड़ी बात ये है को ये नौजवान अकेले ही आमरण अनशन पर बैठा है. 24 घंटे बीत जाने के बाद अब किशन की तबियत भी बिगड़ने लगी है. देर शाम किशन के दोस्तों ने समझा-बुझाकर आखिरकार किशन को मना लिया और अनशन खत्म करवा दिया है.

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