लेखन में जनपद का मान बढ़ा रहे पारस

०फ़िल्म इंस्टीट्यूट ऑफ एमिट्स में है अध्ययनरत

०देश के कई समारोह में कर चुके सहभागिता

कोंच (जालौन)- लेखन निरन्तर सक्रियता के साथ गतिशील होकर पारस जनपद का मान बढ़ाने का कार्य कर रहे है।
विदित हो कि पारसमणि अग्रवाल बचपन से ही लेखन में रुचि रखते थे छोटी सी उम्र में ही नगर की साहित्यिक समारोह में रचना पाठ करने का अवसर भी हासिल कर चुके थे वर्तमान में वह न सिर्फ नगर और जिला स्तर के बल्कि राष्ट्रीय स्तर के समारोह में सक्रिय सहभागिता के साथ अपनी लेखन कला का प्रदर्शन कर रहे है ।
साहित्यिक सक्रियता के लिये पारस को जँहा क्षेत्रीय सांसद भी सम्मानित कर चुके है तो वही उन्हें "नवनयन" बाबू बाल मुकुंद गुप्त हिंदी साहित्य सेवा सम्मान से भी अलंकृत किये जा चुके है।
सिर्फ इतना ही नही पारस लगभग आधा सैकड़ा मंच पर पुरुस्कृत एवं सम्मानित हो चुके है।
प्रसिद्ध टीवी सीरियल के छछुंदर मामा के किरदार में अभिनय करने वाले आरिफ शहडोली की जीवन से ओत-प्रोत घटनाओं पर "आरिफ शहडोली :रोम-रोम में कला" का लेखन कर चुके है । वंही बिहार के औरंगाबाद में आयोजित औरंगाबाद फ़िल्म फेस्टिवल की स्मारिका "प्रयास" का भी सम्पादन कर चुके है।
कोंच के पारसमणि अग्रवाल साहित्य में अपने कदम बढ़ाते हुये  देश भर के दिग्गज रचनाकारों की रचनाओं से सुशोभित एक ई श्रृंखला का भी सम्पादन कर चुके है । इसके साथ ही एक दर्जन प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में पारस के आलेख सम्पादकीय पृष्ठ पर प्रकाशित किये जा रहे है। विभिन्न पत्र/पत्रिकाओं में भी पारस की रचनाओं का प्रकाशन हो रहा है।
शॉर्ट फिल्म लेखन में भी यह सक्रिय है।
पारस साहित्य पटल पर न खुद आगे बढ़ रहे है बल्कि ऐसे युवा साथियों को भी आगे लाने को प्रयासरत है जिनकी रचनाएं डायरी के पन्नों के बीच दफन होकर रह गई है।
साहित्य पटल पर पारस के लेखन को न सिर्फ सराहा जा रहा बल्कि प्रोत्साहित भी किया जा रहा है वर्तमान में पारस लखनऊ के फ़िल्म इंस्टीट्यूट ऑफ एमिट्स में अध्ययनरत है और निरन्तर लेखन में सक्रिय रहकर अपने जनपद का मान बढ़ाने का काम कर रहे है। नित्य नए सफलता के आयामों को छूने पर तमाम नगर वासियों ने शुभकामनाएं प्रेषित की है।

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