० इप्टा रंगकर्मी समाज का आइना-वैद
०कला समाज सेवा का माध्यम-प्रदीप
कोंच(जालौन) सांस्कृतिक चेतना की पहचान है इप्टा यह बात अमरचंद महेश्वरी इंटर कॉलेज में चल रही भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) की 17वीं निःशुल्क ग्रीष्मकालीन बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला में चिकित्सक/साहित्यकार डॉ0 हरिमोहन गुप्त ने कही।
उन्होंने कहा कि इप्टा का यह प्रयास काफी सराहनीय है कार्यशाला के माध्यम से नगर की प्रतिभाओं को अपना हुनर निखारने का अवसर मिल रहा है।
इप्टा कोंच के सरंक्षक अनिल वैद ने कहा कि इप्टा के रंगकर्मी समाज का आईना है और वह अपनी कला के द्वारा देश व समाज को दिशा देने का काम कर रहे है। रंगमंचीय कला श्रेष्ठ कला है इसके माध्यम से आम जन मानस तक अपनी बात को बहुत ही असानी से पहुँचाया जा सकता है
मथुरा प्रसाद महाविद्यालय के हिंदी प्रवक्ता प्रदीप गौतम ने कहा कि कला समाजसेवा का माध्यम है रंगमंचीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिये सभी को एकजुकता के साथ आगे आना होगा ये गौरव की बात है कि नगर की प्रतिभाओं को रंगमंच में इप्टा सर्वोत्तम बनाने का सराहनीय कार्य कर रही है निश्चित ही एक दिन ये प्रतिभायें सफलता के मुकाम पर अपना परचम लहराती नजर आएगी।
इस अवसर पर इप्टा के प्रान्तीय सचिव/कोंच इकाई के सरंक्षक डॉ0 मु0 नईम बॉबी ने कहा कि इप्टा एक सांस्कृतिक आंदोलन है जो आजादी के पूर्व से लेकर आज तक निरन्तर चल रहा है। कार्यकारी अध्यक्ष सौरभ मिश्रा ने रंगकर्मियों को संबोधित करते हुये कहा कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नही होती परन्तु प्रदर्शन की पूरक होती है आप सभी पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें और अपनी प्रतिभा को निखारें।
महासचिव राशिद अली सचिव पारसमणि अग्रवाल,कोषाध्यक्ष भास्कर गुप्ता,नीरज सेन,शम्भू पटेल,ट्रिंकल राठौर,राजेश राठौर,संस्कृति गिरवासिया, ऋचा गर्ग,कन्हैया,आदर्श,मिर्जा शफ़क़त बेग,रानी कुशवाहा,कोमल,सायना आदि उपस्थित रही।
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