'अदब और एहतराम के साथ शामिल हों जुलूसे मोहम्मदी में'


कोंच। हजरत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश पर जुलूसे मोहम्मदी बहुत ही शानदार ढंग से निकालने के लिये यहां आयोजित बैठक में सहमति बनी। आयोजन कमेटी तंजीम गुलामाने मुस्तफा ने जुलूस की रूपरेखा तय करने के लिये बुलाई गई कमेटी की बैठक में साफ कहा कि जुलूस बड़े ही अदब और एहतराम के साथ निकाला जायेगा जिसमें सभी लोग दारूदशरीफ पढते हुये चलेंगे और तलवार, लाठी या अन्य किसी भी प्रकार के शस्त्र या सामान लेकर कोई नहीं चलेगा।
तंजीम गुलामाने मुस्तफा जुलूसे मोहम्मदी की एक बैठक यहां मियांगंज में हाजी मोहम्मद अहमद के प्रतिष्ठान पर सज्जादा नशीं आस्ताना-ए-कलंदरिया मियां आरिफ अली शाह की सदारत में निपटी जिसमें 24 दिसंबर को जुलूसे मोहम्मदी शानदार ढंग से निकाले जाने पर चर्चा के बाद तय हुआ कि तंजीम के सदर व पेश इमाम आस्ताना-ए-कलंदरिया हाफिज अताउल्ला खां गौरी के ही जेरे सदारत जुलूसे मोहम्मदी निकाला जायेगा, नायब सदर हाफिज मोहम्मदी साबिर व कमेटी के अन्य लोग जुलूस की निजामत करेंगे और तमाम बस्ती के हाफिज व हाजी साथ रहेंगे। यह भी अपील की की गई कि जुलूस के दौरान ऐसा कोई नारा न लगायें जिससे किसी भी भावना को ठेस लगे। जुलूस में शामिल होने बाले लोग पैदल ही चलेंगे और ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुये सड़क पर एक तरफ चलेंगे। बैठक में सेठ नसरूल्ला, कड़ू मामा, सैयद तआरूफ हुसैन, समद खां लंबरदार, मोहम्मद अफसर राईन, सेठ सुल्तान राईन, हाजी मोहम्मद अहमद, निजाम राईन, रशीद राईन, सफी राईन, यासीन, हाजी मेंहदी, अनवार खलीफा, सपा अध्यक्ष गुफरान अहमद, उवैश अहमद, समसुद्दीन मंसूरी, शकील मकरानी, फहीम, अशफाक गौरी, कलामउद्दीन, अब्दुल रशीद, हामिद राईन, तौसीफ अहमद, सैफउल्ला वटी, शरीफ, रज्जन, सईद अहमद खन्ना, जमील राईन, एनुलआरफीन आदि मौजूद रहे।

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