हरे वृक्ष काटकर कोणी हो रहे कटान माफिया
फिर भी बंद नहीं हो रहा सिलसिला
उरई। ऊमरी से नावर के रास्ते पर सरेआम वर्षों पुराना
हरे आम का दरख्त काटा जा रहा है। जिसकी क्षेत्र
के उच्चाधिकारी जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं।
वृक्षों के अकाल की वजह से बढ़ रहीं प्राकृतिक
आपदाओं को देखते हुए एक भी पेड़ काटने को हत्या
के बराबर का अपराध माना जाना चाहिए लेकिन
अधिकारियों को वर्तमान समाज और आने वाली
नस्लों के जीवन की कोई परवाह नहीं रह गई है।
जिसकी वजह से वे खुद वृक्ष कटाई में संलिप्त रहकर
मौत के बाद रौरव नरक की यातनाओं में फंसने की
भूमिका तैयार कर रहे हैं। उधर इस क्षेत्र के कई लकड़ी
कटान माफियाओं को कोढ़ हो चुका है फिर भी
किसी को तसल्ली नहीं है। पतराही के छोटे राठौर
का नाम इस कटान में आ रहा है। उनसे बात की गई तो
वे बोले डीएम, कमिश्नर जिससे चाहो शिकायत कर
लो वृक्ष कटवाने में कोई कोताही नहीं बरती
जायेगी।
By - Ramakant Soni
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