डाकमास्टर की दबंगई, कई दिनों तक रहता डाकघर बंद

उरई। रामपुरा थाना क्षेत्र में पड़ने वाले ग्राम टीहर में
मौजूद डाकघर का कोई पुरसा हाल नहीं है। हालत यह है
कि इकलौते डाक मास्टर होने की वजह से वहां के
लोगों को उनकी मनमर्जी का खामियाजा भुगतना
पड़ता है। डाक मास्टर भी अपनी दबंगई इस कदर कायम
किए हैं कि आये दिन कई दिनों तक डाकघर में ताला
पड़ा रहता है। जिससे वहां के ग्रामीणों को खासी
दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उक्त ग्राम में वहां के वासिंदों के लिए डाक विभाग ने
डाकघर खोला था। जिससे वहां के लोग अपनी जरूरतों
को स्थानीय डाकघर से पूरा कर सकें। लेकिन सुविधाएं
तो दूर गांववासी डाकघर को खुला देखने के लिए तरस
जाते हैं। वहां मौजूद डाक मास्टर मनोज कुमार अपनी
मनमर्जी के मालिक हैं। चूंकि वह वहां अकेले तैनात हैं
जिससे वह हवाला दे देते हैं कि उन पर विभाग की कई
जिम्मेदारियां हैं। नतीजा यह है कि उक्त डाकघर कई
दिनों तक बंद भी बना रहता है। ग्रामीणों ने कई बार
असुविधा होने पर डाक मास्टर से बात की तो उन्होंने
साफ लफजों में कह दिया कि जब समय होंगा तब
डाकघर खुलेगा। इस बारे में अधिकारियों से भी
शिकायतें की जा चुकी हैं। लेकिन यह डाकमास्टर की
सैटिंग-गैटिंग का ही नतीजा है कि उनके हौसले इतने
बुलंद हैं कि वह भरे समाज में भी यह कहने से नहीं चूकते हैं
कि कोई भी उनकी कितनी भी शिकायतें
अधिकारियों से कर ले लेकिन उनका कुछ नही बिगड़
सकता। डाक मास्टर की इन कार्यगुजारियों से वहां के
ग्रामीणों में खासा आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना
है कि उन्हें सुविधा दिलाने के लिए डाकघर खोला गया
था। लेकिन जब डाकघर के नाम पर किसी की मर्जी
चलती है तो ऐेसे डाकघर का क्या फायदा जिसमें उन्हें
यह भी पता नहीं होता कि कल उनका कार्य डाकघर में
निपटेंगा या नहीं।

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