Varanasi Breaking
दिनांक १७ अगस्त २०१५
एक सच...........
यह वाराणसी की लक्सा के D 48/166-167 मिसीर पोखरा का व्यक्ती हैै जो आए दिन एक नया कारनामा करता हैै खुद तो किराये पर उसी मकान मे रहता हैै और अपने पिता पारस नाथ सिह व भाई अनील सिह जो आज भी वही रहते हैै और वखुबी साथ निभा रहे हैै आपको बताते चले कि अरून सिह के ऊपर फन्टूस गिरि हि नही कई सारे जघन्य अपराध जैैसे फिरौती वसूली व यहॉ तक कि एक मुकदमे मे सजा भी हो चूकी हैै फिर भी खुलेआम चूनौती दे रहा कानून के रखवालो को यदि आप नजर डालेगे
तो आपको इनके गुनाहौ कि संख्या को गिन भी नही सकते किसी को नौकरी दिलाने के नाम पर लिये हैै तो किसी कि पैैरबी के नाम पर उगाही किये हैै फिर भी नहि दिख रहा कानून के रछक को यहॉ तक अपने इस कारनामौ मे अपने दोनो बेटे जलज सिह व निरज सिह को भी वराबर कि हिस्सेदारी दी हैै और वो भी वखूबी साथ देते हैै गुनाहौ के देवता का और तो और अरून कुमार सिह मं़संख्या D48/166-167 मिसीर पोखरा के ऊपर बैैक से लोन भी ले चूके हैै और आये दिन बैंक वाले भी आते रहते हैै पर इनके पिता पारस जी व भाई अनील सिंह कि मेहरवानी का नतीजे से हमेसा कि तरह उनको सुरक्छित कर दिया जाता हैै और सारी गतिबीधियौ कि सूचना दे दि जाती हैै
यह आज के दौर का एक ऐसा सच्च हैै जिससे मुंह नहि मोडा जा सकता यदि शासन व्यवस्था अपनी जिम्मेदीरी को सच्चाई व ईम्मानदारी से निभाती तो ना बचते ना हि बचाये जाते ऐसे गुनाहो के देवता ना हि कोई लाचार होता जाते जाते यह भी बताते चले कि अब तो अरून सिह जी मकान भी बेच रहे हैै जब कि कई सारे मुकदमे उस मकान पर कायम हैै और ऐसे हि रोज पुलिस आऐगी पूछेगी और चली जायेगी तब तक एक नया अपराध को बुलावा हो चूका होगा.आखिर कौन सी वेवसी और लाचारी हैै शासन को जो कारवाई के नाम पर खाना पूती करती हैै क्यो बचते फिरते हैै...?? ऐसे कितने हि क्यौ .......मुंह वाये खडा हैै और ये भी बता दू लगभग हर ३० दिन बाद किसी न किसी थाने पर आवेदन इन वाप बेटे के खिलाफ पडती हैै....और फिर वही की वही...........तो कब खुलेगी नींद.....कब होगी कारवाई.........
दिनांक १७ अगस्त २०१५
एक सच...........
यह वाराणसी की लक्सा के D 48/166-167 मिसीर पोखरा का व्यक्ती हैै जो आए दिन एक नया कारनामा करता हैै खुद तो किराये पर उसी मकान मे रहता हैै और अपने पिता पारस नाथ सिह व भाई अनील सिह जो आज भी वही रहते हैै और वखुबी साथ निभा रहे हैै आपको बताते चले कि अरून सिह के ऊपर फन्टूस गिरि हि नही कई सारे जघन्य अपराध जैैसे फिरौती वसूली व यहॉ तक कि एक मुकदमे मे सजा भी हो चूकी हैै फिर भी खुलेआम चूनौती दे रहा कानून के रखवालो को यदि आप नजर डालेगे
तो आपको इनके गुनाहौ कि संख्या को गिन भी नही सकते किसी को नौकरी दिलाने के नाम पर लिये हैै तो किसी कि पैैरबी के नाम पर उगाही किये हैै फिर भी नहि दिख रहा कानून के रछक को यहॉ तक अपने इस कारनामौ मे अपने दोनो बेटे जलज सिह व निरज सिह को भी वराबर कि हिस्सेदारी दी हैै और वो भी वखूबी साथ देते हैै गुनाहौ के देवता का और तो और अरून कुमार सिह मं़संख्या D48/166-167 मिसीर पोखरा के ऊपर बैैक से लोन भी ले चूके हैै और आये दिन बैंक वाले भी आते रहते हैै पर इनके पिता पारस जी व भाई अनील सिंह कि मेहरवानी का नतीजे से हमेसा कि तरह उनको सुरक्छित कर दिया जाता हैै और सारी गतिबीधियौ कि सूचना दे दि जाती हैै
यह आज के दौर का एक ऐसा सच्च हैै जिससे मुंह नहि मोडा जा सकता यदि शासन व्यवस्था अपनी जिम्मेदीरी को सच्चाई व ईम्मानदारी से निभाती तो ना बचते ना हि बचाये जाते ऐसे गुनाहो के देवता ना हि कोई लाचार होता जाते जाते यह भी बताते चले कि अब तो अरून सिह जी मकान भी बेच रहे हैै जब कि कई सारे मुकदमे उस मकान पर कायम हैै और ऐसे हि रोज पुलिस आऐगी पूछेगी और चली जायेगी तब तक एक नया अपराध को बुलावा हो चूका होगा.आखिर कौन सी वेवसी और लाचारी हैै शासन को जो कारवाई के नाम पर खाना पूती करती हैै क्यो बचते फिरते हैै...?? ऐसे कितने हि क्यौ .......मुंह वाये खडा हैै और ये भी बता दू लगभग हर ३० दिन बाद किसी न किसी थाने पर आवेदन इन वाप बेटे के खिलाफ पडती हैै....और फिर वही की वही...........तो कब खुलेगी नींद.....कब होगी कारवाई.........
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