विवाद हुआ तो फंस सकता है छात्रसंघ चुनाव

उरई - जनपद में संचालित महाविद्यालयो में छात्रसंघ चुनावों से पहले छात्र नेताओँ के बीच अगर विवाद हुआ जिसमें मारपीट फायरिंग जैसी घटनाएँ सामने आई तो निशिचत तौर इस सत्र में भी छात्रसंघ चुनाव लटक सकता है। छात्रों के इसी बवाल के चलते विगत सत्र में जिला प्रशासन तथा महाविद्यालय प्रशासन ने चुनाव कराने से हाथ पीछे खीच लिए थे जनपद में दयानन्द वैदिक महाविद्यालय तथा गाँधी महाविधालय में छात्र राजनीति चरम पर रहती है। इनमे छात्रनेताओं द्वारा चुनाव में विजय पताका लहराने के लिये किसी भी हद से गुजर सकते है छात्रसंघ चुनाव में सामने आती छात्र अराजकता के चलते बसपा शासन ने छात्रसंघ चुनाव में रोक लगा दी थी अब सपा शासन में छात्रसंघ चुनावो को हरी झण्डी मिल गयी है। अगस्त माह में संभावित छात्रसंघ चुनाव होने के चलते छात्र नेताओं और उनके समर्थकों ने गतिविधियां तेज कर दी है। महाविद्यालय परिसर के बाहर ग्रुप में घूमकर छात्र छात्राओ में दहसत भी फैलाना शुरू कर दिया है। ऐसी सिथति में फिर से छात्रसंघ चुनाव लटक सकता है। बीते 2012-13 में चुनाव के पहले तथा मतदान के दिन दयानन्द वैदिक महाविधालय में हुयी छात्र अराजकता अभी भी प्रशासन के नजर में है जिसको लेकर कोई भी इस प्रकार के रिस्क को लेना नही चाह रहा

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