राज्य में पंचायत चुनाव चार चरणों में 11 से 25 अक्टूबर तक कराए जाएंगे

राज्य में पंचायत चुनाव चार चरणों में 11 से 25 अक्टूबर तक कराए जाएंगे।

आयोग के सूत्रों के मुताबिक सभी जिलों को आवश्यक निर्देश और चुनाव सामग्री भेज दी गई है। ग्राम प्रधान के साथ ही ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के भी चुनाव कराए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चार चरणों में 11 से 25 अक्टूबर तक कराए जाएंगे। प्रदेश निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम को राज्य सरकार ने गुरुवार देर रात अपनी मंजूरी दे दी।

कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण का चुनाव 11 अक्टूबर को होगा, जिसके लिए नामांकन 23 से 25 सितम्बर तक भरा जाएगा। दूसरे चरण का मतदान 14 अक्टूबर को होगा, जिसके लिए नामांकन 26 से 28 सितम्बर तक दाखिल किया जाएगा। तीसरे चरण का मतदान 20 अक्टूबर को निर्धारित किया गया है, जिसके लिए नामांकन 30 सितम्बर से शुरू होगा और यह तीन अक्टूबर तक चलेगा। चौथे और अंतिम चरण के नामांकन की प्रक्रिया चार से छह अक्टूबर तक चलेगी और चुनाव 25 अक्टूबर को होगा।

पहले और दूसरे चरण में हुए मतदान की मतगणना 28 अक्टूबर को और तीसरे तथा अंतिम चरण के चुनाव की मतगणना 30 अक्टूबर को होगी। निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का कार्यक्रम पिछले 23 अगस्त को राज्य सरकार को भेजा था। पंचायती राज विभाग ने कार्यक्रम को मंजूरी दे दी। अब इसे मंत्रिमंडल की औपचारिक मंजूरी मिलनी बाकी है। किस जिले में किस चरण में चुनाव होगा इसे निर्वाचन आयोग तय करेगा। चुनाव की अधिसूचना आगामी 17 सितम्बर को जारी की जाएगी।

निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी जिलों को आवश्यक निर्देश और चुनाव सामग्री भेज दी गई है। ग्राम प्रधान के साथ ही ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के भी चुनाव कराए जा रहे हैं। लगभग डेढ़ महीने तक चलने वाली चुनाव प्रक्रिया में 51 हजार 921 ग्राम प्रधान, छह लाख 41 हजार 441 ग्राम पंचायत सदस्य, 63 हजार 701 जिला पंचायत सदस्य और दो हजार 622 जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव होगा। किस जिले में किस चरण में चुनाव होगा, इसे निर्वाचन आयोग तय करेगा। चुनाव की अधिसूचना आगामी 17 सितम्बर को जारी की जाएगी।

सन 2005 में ग्राम प्रधान और ग्रामसभा सदस्य के चुनाव पहले हो गए थे और उसके तीन से चार महीने बाद जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत सदस्य के चुनाव हुए थे। पंचायत चुनाव में 12 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। विश्व में कहीं भी होने वाले पंचायत चुनाव में इतने अधिक मतदाता शामिल नहीं होते। मतदान के लिए 43 करोड़ मतपत्र छपवाए गए हैं, जबकि 2005 के चुनाव में 40 करोड़ मतपत्र छपे थे। मतपत्रों पर उम्मीदवारों के नाम नहीं रखे गए हैं, बल्कि सिर्फ चुनाव चिन्ह होंगे।

राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने के लिए एक लाख 77 हजार 283 मतदान केन्द्र बनाए हैं। यह पहला मौका है जब पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं कराए जा रहे हैं।

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