
भाई-बहन के अटूट प्यार का त्यौहार रक्षाबंधन 26 अगस्त को है। पर, इस बार बहनों से राखी बंधवाने के लिए भाइयों को दोपहर बाद तक का लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
पंडित ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि भद्रा के चलते सुबह राखी बांधना सही नहीं है। इसके बाद का सारा समय शुभ है। उधर, राखी नजदीक आते ही बाजारों में रक्षाबंधन की चहल-पहल दिखने लगी है। जहां बहनें अपने भैया-भाभी के लिए राखियां खरीद रही हैं। वहीं, भाई भी अपनी बहनों के लिए उपहार खरीदने में व्यस्त हैं।
भाई को राशि के अनुसार बांधें राखी
- मेष : लाल, गुलाबी और पीला रंग।
- वृष : सफेद, नीला, रेशम और चमकीली।
- मिथुन : हरा, नीला और गुलाबी रंग।
- कर्क : सफेद, पीली, चमकीली और रेशम।
- सिंह : लाल, गुलाबी और पीला रंग।
- कन्या : सफेद, हरी और गुलाबी रंग।
- तुला : सफेद, नीला और चमकीला रंग।
- वृश्चिक : लाल, गुलाबी और पीला रंग।
- धनु : पीला, लाल और गुलाबी रंग।
- मकर : नीली, चमकीली और सफेद रंग।
- कुंभ : सफेद और नीला रंग।
- मीन : पीला और गुलाबी रंग।
मंहगाई के बीच त्योहारों पर बाजार हुए गुलजार
ईद की खुशियां मनाने के बाद बाजार अब रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस और कृष्ण जन्माष्टमी पर्वों के स्वागत के लिए तैयार है। अगस्त में आने वाले दिनों में एक साथ कई त्योहारों के आने से खरीदारी में जबरदस्त उछाल आने की उम्मीद है।
इन त्योहारों से जुड़े सामानों से बाजार पट गए हैं। खरीदारों को लुभाने के लिए दुकानदार सजावट में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। व्यापारियों को उम्मीद है कि ईद के बाद इन त्योहारों पर भी अच्छा कारोबार होगा।
रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस के कारोबार के लिए बाजार सजने लगे हैं। मोती बाजार स्थित होलसेल विक्रेता संजय गुप्ता और राजीव गुप्ता ने बताया कि लोग रक्षाबंधन और कृष्ण जन्माष्टमी से जुड़े सामानों की खरीदारी करने में अभी से जुट गए हैं।
इन त्योहारों से जुड़े सामानों से बाजार पट गए हैं। खरीदारों को लुभाने के लिए दुकानदार सजावट में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। व्यापारियों को उम्मीद है कि ईद के बाद इन त्योहारों पर भी अच्छा कारोबार होगा।
रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस के कारोबार के लिए बाजार सजने लगे हैं। मोती बाजार स्थित होलसेल विक्रेता संजय गुप्ता और राजीव गुप्ता ने बताया कि लोग रक्षाबंधन और कृष्ण जन्माष्टमी से जुड़े सामानों की खरीदारी करने में अभी से जुट गए हैं।
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रिपोर्ट –शिखा वर्मा
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