0 तेजस्वनी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित ई-काव्य संग्रह का हुआ विमोचन
0 समाज को जाग्रत करने का कार्य करता है साहित्यकार-आर0 पी0 निरंजन
0 निजी अनुभवों से ओत-प्रोत है दिल से निकली बात- विवेक मिश्र
झांसी- अभिनेता/रंगकर्मी/लेखक आरिफ शहडोली के दिल की बात आज राजकीय संग्रालय में जनता के सामने आ गई। तेजस्वनी प्रकाशन द्वारा प्रकाशित ई - काव्य संग्रह ‘‘दिल से निकली बात‘‘ के विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि जाने माने काहानीकार विवेक मिश्र रहे। तो विशिष्टि अतिथि के रूप में एम0 एल0 सी0 आर0 पी0 निरंजन इन यादगार लम्हों के साक्षी बने।
संग्रह का विमोचन करते हुये काहानीकार विवेक मिश्र ने काव्य संग्रह के प्रकाशन की शुभकामनायें देते हुये कहा कि आरिफ शहडोली द्वारा लिखित संग्रह दिल से निकली बात निजी अनुभवों से ओत-प्रोत है। इस संग्रह युवा, छात्र, बुर्जुग सभी वर्ग के लोगों के लिये उपयोगी है क्योंकि इसमें साहित्यिक रचनायें समाज को एक नई दिशा देने के साथ-साथ जीवन जीने की कला, संघर्षों से जूझने की शक्ति प्रदान करती प्रतीत हो रही है।
वरिष्ठ अतिथि एम0एल0सी0 आर0 पी0 निरंजन ने कहा है कि लेखक अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों और अव्यवस्थाओं के विरूद्ध समाज को जाग्रत करने का कार्य करती है। लेखक की कलम समाज की तकदीर और तस्वीर बदलने के लिये समाज में एक क्रान्ति का आगाज करती है बिना साहित्य के माध्यम से क्रान्ति की बात करना सम्भवतः बेईमानी साबित होगा। आज यह बड़े ही हर्ष की बात है कि रंगमंच के माध्यम से मजलूमों की अवाज बनने का काम आरिफ शहडोली कर रहे है अब उनका यह संग्रह भी साहित्यिक चेतना के माध्यम से समाज को जागरूक करने का कार्य करेगा।
तेजस्वनी प्रकाशन के संस्थापक/निर्देशक पारसमणि अग्रवाल ने कहा कि सृष्टि का नियम है परिवर्तन । इसलिये वक्त की बढ़ती रफतार के साथ वक्त रहते हम सब को भी बदल जाना चाहिये। वर्तमान परिवेश डिजलीकरण का है। ई काव्य संग्रह दिल से निकली बात के माध्यम से तेजस्वनी प्रकाशन का एक छोटा सा प्रयास है कि स्मार्ट फोन धारक युवा अपने ही मोबाइल पर साहित्य का पाठन कर सके।
इस अवसर पर देवदत्त बुधौलिया, एस0 पी0 सिंह सत्यार्थी, राकेश वीरकमल, पुष्पेन्द्रसिंह आदि उपस्थित रहे।
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