नई दिल्ली -पठानकोट में रविवार को फिर हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरी आतंकी वारदात की कहानी सुनाई। महर्षि ने बताया की खुफिया सूचनाओं की वजह से ऑपरेशन को बेहद सधे हुए तरीके से अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि एयरफोर्स की संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
महर्षि ने बताया कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को आतंकी भारत में घुसे थे। चार आतंकियों का ग्रुप सेना की वर्दी में पठानकोट में दाखिल हुआ। उन्होंने बताया, 'आतंकियों ने एसपी सलविंदर सिंह कार अगवा की। उस वक्त उनके दोस्त राजेश शर्मा और कुक गोपाल दास भी साथ में थे। एसपी ने बाद में बताया कि दो घंटे के बाद उन्हें और गोपाल दास को छोड़ दिया गया और कहीं न जाने को कहा गया। वे राजेश को अपने साथ लेकर गए और बेल गांव के पास छोड़ दिया गया।'
महर्षि ने यह भी बताया कि राजेश के गले पर वार किया गया था, लेकिन वह बच गए। उनका इलाज चल रहा है। उनके मुताबिक, 1 जनवरी को सुबह 11 बजे सुबह आतंकी इनोवा कार अगवा की और गुलपुर सिंबाली गांव के पास ड्राइवर एगाक्रम सिंह की हत्या कर दी। महर्षि के मुताबिक, इन इनपुट्स के बाद ही अलर्ट जारी कर दिया गया था और एनएसजी को आतंकी हमले को लेकर सतर्क कर दिया गया था।
महर्षि ने कहा, 'आतंकी किस दिशा में गए हैं और उनकी लोकेशन क्या है, इसकी जानकारी दी गई थी। शाम को आतंकियों की लोकेशन पठानकोट में मिली। एनएसए से यह जानकारी साझा की गई। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ को भी अवगत कराया गया।'
इसके बाद एनएसए को तुरंत पठानकोट रवाना किया गया। महर्षि ने बताया कि 2 जनवरी को तड़के 3.30 बजे एरियल सर्विलांस के जरिए आतंकियों का पता लगा। एरियल सर्विलांस से पता चलने के कारण आतंकियों को टेक्निकल एरिया में घुसने से रोक दिया गया।
महर्षि के मुताबिक, 'आतंकी झाड़ी वाले इलाके में दाखिल हो गए और कॉम्बिंग शुरू कर दी गई। पूरे दिन ऑपरेशन के बाद चार आतंकी मार दिए गए। सुरक्षा कारणों से शाम को ऑपरेशन को कुछ धीमा कर दिया, लेकिन नाकेबंदी कर दी गई ताकि आतंकी भाग न सकें।'
मीडिया से बात करते हुए एयर मार्शल खोसला ने बताया कि रविवार दोपहर 12.20 के पास दो और आतंकियों के बारे में पता चला। सरकार को पूरी उम्मीद थी कि शाम तक इन्हें खत्म कर लिया जाएगा। एक का शव बरामद कर दिया गया है। महर्षि ने यह भी बताया कि दो दिन के ऑपरेशन के बाद सात जवान शीहद हुए। आठ एयरफोर्स कर्मी घायल हुए।
महर्षि ने कहा, 'सुबह 10 बजे आतंकवादियों के शव तलाशते हुए विस्फोट होने से पांच एनएसजी जवान घायल हो गए। इसमें निरंजन शहीद हो गए। एनएसजी के 1 की मौत हुई है। 12 घायल हुए हैं। एयरफोर्स के 6 जवानों की मौत हुई, जबकि आठ घायल हए।' महर्षि ने यह भी बताया कि ऑपरेशन अब भी जारी है और आस-पास के इलाके में और आतंकी छिपे हो सकते हैं।
रिपोर्ट-ऋषि राज
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