रामपुरा में कैरोसीन का तेल 60 रूपये लीटर पहुंचा
जालौन/रामपुरा
वैसे तो पूरे जिले में पीडीएस रामनाम की लूट
की भेंट चढ़ चुकी है। लेकिन कस्बा रामपुरा में तो
अति है। कोटेदार ब्लेक पर आपत्ति करने में सीना
जोरी पर उतर आते हैं और यह तक कहने से बाज नहीं
आते कि ब्लेक का हिस्सा कलेक्टर तक पहुंचाता हूं
कौन हमें पकड़ेगा।
रामपुरा क्षेत्र सर्वाधिक दुर्गम है जहां के कई गांवों
में बिजली एकाध घंटे के लिए पूरे दिन में आती है। इस
इलाके में कैरोसिन की जरूरत सबसे ज्यादा है लेकिन
यहां कोटेदारों ने निर्धारित मूल्य की बजाय 60 से
70 रुपये लीटर वसूलने का धंधा बना लिया है। गरीब
राशन कार्ड उपभोक्ता बुरी तरह परेशान हैं। अगर
कोई इनकी शिकायत करने की बात करें तो यह
डीएम तक रुपया पहुंचाने की बात करके उसका
मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं। जमुना सोनी
नाम के एक कोटेदार ने आज सरेआम बाजार में डीएम
का नाम लेकर हेकड़ी से कैरोसिन ब्लेक में बेंचने की
कोशिश की जिसे लेकर झगड़े की नौबत आ गई।
लोगों को मालूम है कि डीएसओ गिरीश शुक्ला ने
जब से जिले में चार्ज संभाला है तब से कैरोसिन में
ब्लेक के सारे रिकार्ड टूट चुके हैं। डीएम कई बार इसके
लिए शुक्ला को लताड़ते रहे हैं लेकिन वे अपनी हरकत
से बाज नहीं आते। सूत्र बताते हैं कि पूर्ति विभाग में
डीएम के नाम पर भी कैरोसिन ब्लेक का पैसा
लिया जाता है। जो कि उनकी बदनामी का कारण
साबित हो रहा है। डीएम को चाहिए कि वे इस तरह
की जुर्रत दिखाने वाले डीएसओ के खिलाफ प्रमुख
सचिव खाद्य को जरूर लिखें ताकि किसी को
डीएम के बारे में ऊलजलूल कहने का मौका न मिल
पाये।
By - Ramakant Soni
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