कोंच(जालौन)- जहाँ एक ओर सरकार विकलांग जनो एवम योग्यजनो के लिए कल्याणकारी योजनाएँ लागू कर रही हे और उनको शिक्षित बनाने हेतु कई प्रकार से प्रयास मेँ लगी हे वही कुछ सरकारी विद्यालय सरकार के आदेश टाई टाई फिस करने मेँ लगी हे, कौंच नगर के विद्यालय श्री अमरचंद महेश्वरी इंटर कालेज विकलांगो का प्रवेश लेने मेँ हिचकिचाता हे।
बात दिनांक 06/08/15 की हे प्रार्थी रसूल अहमद पुत्र जहूर अहमद निवासी मोहल्ला आराजी लेन कोंच दोनो पैरो से पोलियो ग्रसित 70 प्रतिशत विकलांग हे। एवम पढ़ाई मेँ रुचि रखता हे रसूल अहमद अपना प्रवेश लेने हेतु कई बार विद्यालय के चक्कर लगाए तथा वह विद्यालय पहुँचा तो वहाँ के प्रधानाचार्य एस0बी0 बर्मा एवम उनके समस्त अध्यापकगण उसकी विकलांगता का उपहास मजाक बनाया ओर जोर- जोर से हस्ते हुए कहने लगे कि तू लंगड़ क्या पढाई कर पायेगा। तू तो दोनों टांगो से अपाहिज हे। तेरे जेसे लूले लंगड़े का प्रवेश नहीँ लिया जाता। तू क्या पढाई कर पायेगा तेरी क्लास मेँ ऊपर लगाऊंगा। चल भाग यहाँ से। यहाँ तेरा कोई काम नही।
रसूल अहमद के मुताबिक रसूल दोनो हाथो से विनती करता रहा। गिड़गिड़ाते हुए कहता रहा कि सर प्लीज मेरा एडमिशन ले लीजिए। लेकिन उनहोने रसूल अहमद की एक ना सुनी। विद्यालय के कर्मचारियो द्वारा रसूल अहमद की ट्राइसाइकिल को धकयाते हुए विद्यालय परिसर से बाहर कर दिया। इतना सब हो जाने के बाद जब से यह बात बुंदेलखंड विकलांग कल्याण मानव सेवा संस्थान प्रमुख नरेंद्र अग्रवाल को लगी तो उनहोने तत्काल माननीय जिलाधिकारी महोदय जनपद जालौन औराई, माननीय विकलांग आयुक्त उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ, माननीय शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ, माननीय सचिव महोदय इलाहाबाद माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश, माननीय जिला विद्यालय निरीक्षक जनपद जालौन आदि जनो को पत्र लिखते हुए जबाब मांगा हे कि क्या विकलांग होना गुनाह हे? क्या विकलांग जनो को शिक्षा प्राप्त करने का कोई अधिकार नहीँ हे? क्या उत्तर प्रदेश सरकार आरोपि शिक्षको को जिनको भगवान स्वरुप गुरु का दर्जा दिया गया हे उनके ऊपर क्या कोई कार्यवाही की जायेगी? आदि बातो को लिखते हुए अतिशीघ्र कार्यवाही की मांग एवम विकलांग के प्रवेश के लिए जाने की मांग की हे।। उन्होंने अपने पत्र में लिखा हे की अगर जल्द से जल्द कार्यवाही नही की तो जिले भर के हज़ारो विकलांग एक होकर विगुल फूकेंगे।।
बात दिनांक 06/08/15 की हे प्रार्थी रसूल अहमद पुत्र जहूर अहमद निवासी मोहल्ला आराजी लेन कोंच दोनो पैरो से पोलियो ग्रसित 70 प्रतिशत विकलांग हे। एवम पढ़ाई मेँ रुचि रखता हे रसूल अहमद अपना प्रवेश लेने हेतु कई बार विद्यालय के चक्कर लगाए तथा वह विद्यालय पहुँचा तो वहाँ के प्रधानाचार्य एस0बी0 बर्मा एवम उनके समस्त अध्यापकगण उसकी विकलांगता का उपहास मजाक बनाया ओर जोर- जोर से हस्ते हुए कहने लगे कि तू लंगड़ क्या पढाई कर पायेगा। तू तो दोनों टांगो से अपाहिज हे। तेरे जेसे लूले लंगड़े का प्रवेश नहीँ लिया जाता। तू क्या पढाई कर पायेगा तेरी क्लास मेँ ऊपर लगाऊंगा। चल भाग यहाँ से। यहाँ तेरा कोई काम नही।
रसूल अहमद के मुताबिक रसूल दोनो हाथो से विनती करता रहा। गिड़गिड़ाते हुए कहता रहा कि सर प्लीज मेरा एडमिशन ले लीजिए। लेकिन उनहोने रसूल अहमद की एक ना सुनी। विद्यालय के कर्मचारियो द्वारा रसूल अहमद की ट्राइसाइकिल को धकयाते हुए विद्यालय परिसर से बाहर कर दिया। इतना सब हो जाने के बाद जब से यह बात बुंदेलखंड विकलांग कल्याण मानव सेवा संस्थान प्रमुख नरेंद्र अग्रवाल को लगी तो उनहोने तत्काल माननीय जिलाधिकारी महोदय जनपद जालौन औराई, माननीय विकलांग आयुक्त उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ, माननीय शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ, माननीय सचिव महोदय इलाहाबाद माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश, माननीय जिला विद्यालय निरीक्षक जनपद जालौन आदि जनो को पत्र लिखते हुए जबाब मांगा हे कि क्या विकलांग होना गुनाह हे? क्या विकलांग जनो को शिक्षा प्राप्त करने का कोई अधिकार नहीँ हे? क्या उत्तर प्रदेश सरकार आरोपि शिक्षको को जिनको भगवान स्वरुप गुरु का दर्जा दिया गया हे उनके ऊपर क्या कोई कार्यवाही की जायेगी? आदि बातो को लिखते हुए अतिशीघ्र कार्यवाही की मांग एवम विकलांग के प्रवेश के लिए जाने की मांग की हे।। उन्होंने अपने पत्र में लिखा हे की अगर जल्द से जल्द कार्यवाही नही की तो जिले भर के हज़ारो विकलांग एक होकर विगुल फूकेंगे।।
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