डाक्टरों की लापरवाही से हादसे में घायल की मौत के बाद क्रुद्ध परिजनों का तांडव

उरई-समाजवादी के माधोगढ़ क्षेत्र के हरौली ग्राम के
कार्यकर्ता सतेंद्र चौहान ३८ वर्ष को रात में किसी
अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी दी जिससे वे गभीर रूप
से घायल हो कर वही गिर पड़े. किसी राहगीर ने पहचान
कर उनके परिजनों को सूचना दी जिससे उन लोगों ने
मौके पर पहुंच कर उनको जिला अस्पताल ले जाने की
व्यवस्था की। जिला अस्पताल की इमरजेंसी के
डॉक्टरों ने बिना पड़ताल किये उन्हें मृत घोषित कर
दिया जबकि उनकी साँसे चल रही थी। इससे घऱ वाले
विफर कर गए तो डाक्टर सहम गये. आखिर डाक्टरों ने
माना वे फिलहाल जिंदा है. फिर भी इलाज करने की
बजाय उन्हें रेफेर कर दिया गया और इसका बंदोबस्त कर
देने में वे जुटे थे तभी सतेंद्र उर्फ़ पिंटू की हालत जोर से
बिगड़ी और उसने डैम तोड़ दिया. इसके बात परिजनों ने
आप खो दिया. सपा के कई कार्यकर्ता भी अस्पताल
आ गये. इसके बाबाद डाक्टर और अस्पताल का पूरा
स्टाफ बाजार के भाव पिटा। बाद में डॉक्टरों ने
इमरजेंसी बंद कर दी. पूरा अस्पताल काफी देर ठप्प
रहा.प्रशाशन और पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच
गए थ

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