25 बीमारिया और एलोवेरा के उपयोग

एलोवेरा 5,000 वर्ष पुरानी रामबाण औषधि है। इसका वनस्पति नाम धृतकुमारी,ग्वारपाठा है।इसे संजीवनी पौधा भी कहा जाता है। इसकी लगभग 250 उपजातियां हैं जिनमें से कुछ गिनी चुनी ही औषधीय गुणों से परिपूर्ण होती है। उन कुछ प्रजातियों में से एक है जो सबसे ज्यादा प्रभावशाली है वह है बार्बाडेन्सीस मीलर । हमारे शरीर को 21 अमीनो एसिड की जरूरत होती है जिनमें से 18 अमीनो एसिड केवल एलोवेरा में मिलते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐलोवेरा के ऐसे 25 उपयोग जिन्हें आप शायद ही जानते होंगे.

• एलोवेरा जूस मे कैल्सियम ,सोडियम,आइरन,पोटैशियम , क्रोमियम , मैग्निशियम ,मैंगनीज , तांबा और जस्ता आदि खनिज लवण पाए जाते है
• हाजमे को दुरुस्त रखने मे मददगार एलोवेरा जूस मे कुदरती विषैलेपन को दूर करने की क्षमता होती है
• एलोवेरा में 18 धातु, 15 एमिनो एसिड और 12 विटामिन मौजूद होते हैं, जो खून की कमी को दूर कर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं
• एलोवेरा का जूस गर्भाशय के रोग तथा पेट के विकारों को दूर करता है।
• एलोवेरा फ्राइब्रोब्लास्ट की क्षमता को बढ़ाता है । ये मामुली जलन व अंदरूनी चोटों में यह मरहम की तरह काम करता है
• अस्थमा की समस्या में भी एलोवेरा रामबाण की तरह काम करता है।
• एक बढिय़ा हेयर कंडीशनर है
• एलोवेरा जूस के रोजाना यूज से शरीर दुरुस्त और सेहत बरकरार रहती है ।
• विटामिन की रोजाना खुराक एलोवेरा मे विटामिन ए, बी1,बी6,बी12, सी और फोलिक एसिड तथा नियासिन पाए जाते है जो शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करते हैं
• गंजेपन की समस्या को दूर करता है।
• अल्सर की परेशानी को मिटाता है
• एक गिलास ठंडे नारियल पानी में दो से चार चम्मच एलोवेरा का रस या पल्प (गूदा) मिलाकर पीने से शरीर को ठंडक मिलती है
• बवासीर में बहुत लाभदायक है।
• यह मच्छर से भी त्वचा की सुरक्षा करता है।
• घाव,खरोंचो, धूप की जलन और खाज, खुजली को कम करने ( बचाव ) मे भी मदद करता है ।
• रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित कर डायबिटीज को कंट्रोल करता है
• बहुत पौष्टिक होता है।
• झुर्रियों को खत्म करता है।
• माइनर वेजाइनल इंफेक्शन में एक अच्छी औषधि की तरह काम करता है
• इसे स्किन पर हुए किसी भी रिएक्शन में एंटीडॉट की तरह यूज किया जा सकता है।
•जोड़ों के दर्द में रामबाण की तरह काम करता है।
• शुद्ध एलोजेल से बने एलोवेरा जूस रोज पीने से आंते दुरुस्त रहती है , प्रोटीन ग्रहण करने की क्षमता बढती है तथा नुकसानदेह बैक्टीरिया कम होते है
• एलोवेरा के पल्प (गुदे) में मुल्तानी मिट्टी या चंदन पाऊडर में मिलाकर लगाने से त्वचा के कील – मुहांसे ठीक हो जाते हैं।
• गर्मी, उमस और बारिश के कारण निकलने वाले फोड़े• फुंसियों पर भी इसका रस लगाने पर आराम मिलता है और तीन – चार बार लगाने से वो ठीक भी हो जाते हैं।
• सुबह उठकर खाली पेट एलोवेरा की पत्तियों के रस का सेवन करने से पेट में कब्ज की समस्या से निजात मिलती है
• गुलाब जल में एलोवेरा का रस मिलाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा में नमी बरकरार रहती है और खोई नमी लौटती है।
• एलोवेरा का जूस मेहंदी में मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार तथा स्वस्थ रहते हैं।
• इसके अलावा शारीरिक ऊर्जा, पाचन क्रिया तथा त्वचा – पुनर्निर्माण के लिए भी एलोवेरा का रस और पल्प (गूदा) काफी लाभदायक होता
• एक्जिमा में कारगर दवा है।
• स्केयर माक्र्स व स्ट्रेच माक्र्स मिटाता है
• कहीं भी जलने या चोट लगने पर एलोवेरा का रस लगाने से बहुत आराम मिलता है।
•एलोवेरा के 13 कुदरती तत्व जो किसी भी साइड इफेक्ट के बगैर जलन और सुजन को रोकते है ।
• स्वस्थ और स्वच्छ दांत एलोवेरा आपके मुंह और मसूढों के लिए बहुत फायदेमंद है।
• शरीर की स्किन को स्मूथ बनाने के लिए एक एलोवेरा का स्लाइस लेकर बॉडी पर हल्के से रगड़े व फिर शॉवर लें। स्किन एकदम स्मूथ हो जाएगी
• शुद्ध एलोवेरा जेल से बने एलोवेरा जूस के रोजाना इस्तेमाल से स्किन ग्लो करने लगती है
• बालों को घना, काला व मजबूत बनाता है।
• दिल की बीमारियों से बचाता है।
• कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करता है।
• शुद्ध एलो जेल से बने एलोवेरा जूस रोजाना पीने से अन्दर से भरपूर तन्दुरुस्ती का अहसास होता है , उर्जा का उच्च स्तर मिलता है और वजन शरीर के अनुकूल रहता

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