मेरठ,संवादाता
पश्चिमी उत्तर प्रदेश आतंकियों के लिए हमेशा से मुफीद ठिकाना रहा है। आतंकियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अपना ठिकाना और पूर्वी उत्तर प्रदेश को निशाना बनाया है।
आरटीआई कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने गृह मंत्रालय से आरटीआई में पूछा था कि देश में अभी तक कितनी आतंकी घटनाएं हुई हैं। इनमें कितने लोग मारे गए, कितने घायल हुए।
गृह मंत्रालय द्वारा दी गई रिपोर्ट का अध्यन करें तो इसकी पुष्टि होती है कि आतंकियों ने पश्चिमी यूपी को अपना ठिकाना बनाया और पूर्वी यूपी में घटनाओं को अंजाम दिया है।
पिछले ढाई दशक में गृह मंत्रालय के अनुसार उत्तर प्रदेश में सात आतंकी घटनाएं हुई हैं। इनमें से पांच घटनाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुई हैं, जबकि इस दौरान यहां से बड़ी संख्या में आतंकियों को गिरफ्तार किया गया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक के जनक के रूप में पिलखुआ निवासी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा को जाना जाता है। उसे बम बनाने में महारथ हासिल थी। उसने दिल्ली तथा पंजाब में ट्रेनों में विस्फोट किए थे।
अबू सलेम ने भी बुलंदशहर में पनाह ली थी और चार अमेरिकी नागरिकों के अपहरण के आरोपी को भी गाजियाबाद के डासना से गिरफ्तार किया गया था।
इसके अलावा नफीस, इलियास सैफी, एजाज हसन, मेराज हसन को मेरठ एटीएस ने गिरफ्तार किया था। सहरानपुर के डॉ इरफान, नकुड़ के अमीन उर्फ जुबैर, अबु रज्जाक मसूद, मोहम्मद याकूब को भी मेरठ और सहारनपुर से गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसके साथ ही आईबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की भी अनेक बार रिपोर्ट आ चुकी है कि आतंकी संगठनों ने वेस्ट यूपी को अपना ठिकाना बना रखा है। इसकी पुष्टि गृह मंत्रालय के जवाब से भी होती है।
E@E UP Head
Krishna Pandit
पश्चिमी उत्तर प्रदेश आतंकियों के लिए हमेशा से मुफीद ठिकाना रहा है। आतंकियों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अपना ठिकाना और पूर्वी उत्तर प्रदेश को निशाना बनाया है।
आरटीआई कार्यकर्ता लोकेश खुराना ने गृह मंत्रालय से आरटीआई में पूछा था कि देश में अभी तक कितनी आतंकी घटनाएं हुई हैं। इनमें कितने लोग मारे गए, कितने घायल हुए।
गृह मंत्रालय द्वारा दी गई रिपोर्ट का अध्यन करें तो इसकी पुष्टि होती है कि आतंकियों ने पश्चिमी यूपी को अपना ठिकाना बनाया और पूर्वी यूपी में घटनाओं को अंजाम दिया है।
पिछले ढाई दशक में गृह मंत्रालय के अनुसार उत्तर प्रदेश में सात आतंकी घटनाएं हुई हैं। इनमें से पांच घटनाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुई हैं, जबकि इस दौरान यहां से बड़ी संख्या में आतंकियों को गिरफ्तार किया गया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक के जनक के रूप में पिलखुआ निवासी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा को जाना जाता है। उसे बम बनाने में महारथ हासिल थी। उसने दिल्ली तथा पंजाब में ट्रेनों में विस्फोट किए थे।
अबू सलेम ने भी बुलंदशहर में पनाह ली थी और चार अमेरिकी नागरिकों के अपहरण के आरोपी को भी गाजियाबाद के डासना से गिरफ्तार किया गया था।
इसके अलावा नफीस, इलियास सैफी, एजाज हसन, मेराज हसन को मेरठ एटीएस ने गिरफ्तार किया था। सहरानपुर के डॉ इरफान, नकुड़ के अमीन उर्फ जुबैर, अबु रज्जाक मसूद, मोहम्मद याकूब को भी मेरठ और सहारनपुर से गिरफ्तार किया जा चुका है।
इसके साथ ही आईबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की भी अनेक बार रिपोर्ट आ चुकी है कि आतंकी संगठनों ने वेस्ट यूपी को अपना ठिकाना बना रखा है। इसकी पुष्टि गृह मंत्रालय के जवाब से भी होती है।
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