कृष्णा पंडित वाऱाणसी

UP पुलिस का ख़ौफ़नाक चेहरा :
अलीनगर थानाध्यक्ष विनोद यादव ने की महिल छेड़खानी-

चन्दौली।  उत्तर प्रदेश पुलिस अकसर विवादों में रहती है। पुलिस की कार्यप्रणाली उनके कुछ गै़र जिम्मेदार अफ़सरों की वजह से दाग़दार नज़र आने लगती है। ऐसा ही एक मामला नक्सल प्रभावित जनपद चन्दौली में सामने आया है। जहां ख़ाकी वर्दी में एक रक्षक पर ही भक्षक बनने के अरोप लगे हैं। रक्षक की वर्दी में तैनात इस भक्षक की कम्प्लेन करने के लिए लोग डीएम और एसपी के दर पर भी गुहार लगा कर लौट आए हैं। कार्रवाई के नाम पर उन्हें आश्वासन मिला है। अब देखना है कि मामले में सिर्फ़ जांच ही होती है या फिर वाक़ई पीडि़तों को न्याय मिलता है।
        दअरसल चन्दौली जि़ले के अलीनगर थानाध्यक्ष विनोद कुमार यादव की कार्यप्रणाली अकसर ही विवादों में हिचकोले खाती है। यहां हम आपको उनकी पुरानी करतूतों से भी अवगत कराएंगे पर पहले नज़र डालते हैं उनके नए नवेले कारनामे पर। ख़ाक़ी के रूआब में चूर विनोद यादव ने अबकी बार तो हद ही कर डाली है। इस बार उन पर एक भाकपा (माले) नेता की बहु की इज़्ज़त पर हाथ डालने के संगीन आरोप लगे हैं। जिसकी शिकायत करने पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जि़लाधिकारी सुरेन्द्र विक्रम के कार्यालय में पहुंचा था। यहां से लोग पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा के दफ़तर में भी हाज़िरी लगाने पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई। भाकपा (माले) कार्यकर्ताओं ने डीएम-एसपी को दो सूत्रीय शिकायत पत्र सौंपा। जिसमें अलीनगर थानाध्यक्ष विनोद यादव के ख़िलाफ़ भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता भईया लाल के घर में बीती देर रात ज़बरदस्ती घुस कर उनसे मारपीट करने व उनकी बहु प्रभावती देवी की इज़्ज़त पर हाथ डालने के संगीन आरोप लगाए गए हैं। प्रतिनिधि मंडल ने डीएम एसपी से अतिशीघ्र मामले की जांच की मांग करते हुए विनोद यादव के ख़िलाफ़ सख़्त एक्शन लेने की मांग की है।

* विनोद यादव का विवादों से रहा है पुराना नाता-
विनोद यादव वर्तमान में अलीनगर थाने के प्रभारी हैं। इनका विवादों से पुराना नाता रहा है या यूं कहलें कि विवादों से इनका चोली-दामन का साथ है। पूर्व में इनके सैयदराजा थानाध्यक्ष रहते यहां पुलिस कस्टडी में एक अभियुक्त की मौत के बाद इन्हें डिसमिस कर दिया गया था। निवर्तमान पुलिस अधीक्षक मुनीराज जी का चहेता होने की वजह से उनका पूरा कार्यकाल इन पर मेहरबान रहा। इन्हें जनपद के मलाईदार थानों पर पोस्टिंग मिलती रही और ये क्राइम भले कम न कर पाए हों पर मलाई बख़ूबी काटते रहे। वर्तमान में भी मुग़लसराय थाना पर इनके अलीनगर प्रभारी रहते दो इंचार्ज इधर से उधर हो चुके हैं लेकिन विनोद यादव हैं कि यहीं जमे हुए हैं। ऐसा नहीं है कि अलीनगर थानाक्षेत्र में क्राइम कम हुए हैं बल्कि अभी हालिया माह और बीते अक्तूबर माह पर ही नज़र डाली जाए तो पता चलेगा कि तक़रीबन आधा दर्जन लूट और छिनैती की घटनाएं यहां अंजाम पा चुकी है। भले ही पुलिस डायरी में ये अपराध दर्ज न हों लेकिन वारदातें तो हुई हैं। यही नहीं दारू वाले गांव के नाम से प्रसिद्ध रेमा गांव भी अलीनगर थानाक्षेत्र में ही आता है। यहां लाख कोशिशों के बावजूद भी अवैध कच्ची शराब बनाने वाले माफि़याओं की धरपकड़ नहीं हो सकी है। गांव में बड़े पैमाने पर आज भी ज़हरीली शराब बनाए जाने का कार्य जारी है। जिस पर भी माले कार्यकर्ताओं ने अपने शिकायत पत्र में सवाल उठाया है। अब देखना है कि पीडि़त की शिकायत पर डीएम और एसपी क्या एक्शन लेते हैं या फिर जांच के नाम पर फिर विनोद यादव की साख बचा ली जाती है।

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