हाइवे लुटेरा गिरोह के छह बदमाश गिरफ्तार दिल्ली-


उत्तरी जिला पुलिस ने अंतरराज्यीय लुटेरा गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताकर वाहन जांच के बहाने चालकों को काबू में कर लेते थे। बाद में वे वाहन व उस पर लदा सामान लूट कर उसे बाजार में बेच देते थे। आरोपी हरियाणा व दिल्ली में सक्रिय थे। उनकी पहचान नवीन, सुनील, विनोद, राजेश, निहाल और राजकुमार के रूप में हुई है। उनके पास से लूटी गई कार, कैंटर, 70 क्विंटल धान सहित प्लास्टिक दाना इत्यादि बरामद किए गए हैं। बदमाशों की गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली व हरियाणा में हुए अपराध के सात मामले सुलझाने का दावा किया है।
उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि 6 नवंबर की देर रात एक व्यापारी कैंटर से 60 क्विंटल धान ले जा रहा था। जैसे ही कैंटर लाल किले के पास पहुंचा वहां स्विफ्ट कार से आए छह लोगों ने चालक को रुकने का संकेत दिया। कैंटर रोकते ही खुद को पुलिसकर्मी बताकर जांच के लिए चालक व व्यापारी को नीचे उतरने को कहा गया। उनके उतरते ही कार में बिठाकर उनका अपहरण कर लिया गया, वहीं बदमाशों के साथी धान से भरे कैंटर को लेकर फरार हो गए। उधर, हरियाणा के सोनीपत में ले जाकर व्यवसायी व चालक को मुक्त कर दिया गया। बाद में पीड़ितों ने लूटपाट की शिकायत कोतवाली थाने में की।
मामले की जानकारी मिलते ही मुकदमा दर्ज कर जिले के स्पेशल स्टाफ व थाना पुलिस ने इसकी जांच शुरू की। स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर धीरज सिंह की टीम ने हाइवे लुटेरों के बारे में सूचनाएं जुटानी शुरू की। तफ्तीश में पता चला कि इस वारदात को निकशु गैंग के बदमाशों ने अंजाम दिया है। गिरोह का मुखिया नवीन कुतुबगढ़ गांव में रहता है। इसके बाद पुलिस ने गांव से नवीन को दबोच लिया। नवीन के अपने अन्य साथियों के नाम का खुलासे के बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। छानबीन में पता चला कि बदमाशों ने कैंटर से लूटे गए धान को सोनीपत के खरखौदा अनाज मंडी में बेचा था। घटना को अंजाम उन्होंने लूटी गई स्विफ्ट कार से दिया था। इसके बाद धान व कार बरामद कर ली गई।
पूछताछ में नवीन ने बताया कि वह भारी कर्ज में था और उसे रुपये की काफी जरूरत थी। लिहाजा, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर गिरोह बना लिया था और वे लूटपाट कर रहे थे। पुलिस को शक न हो, इसके लिए उन्होंने बवाना में एक फ्लैट और गोदाम किराये पर ले लिया था। वे लूटे गए माल को गोदाम में रखते थे। आरोपियों ने खुलासा किया कि वे वारदात के लिए सोनीपत के मुरथल में लूटी गई कार का प्रयोग करते थे। लोगों को विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने उस कार में लालबत्ती भी लगा रखी थी। वे रात में वाहन चालकों को पुलिसकर्मी बताकर जांच के लिए रोकते थे। बाद में चालक को बंधक बना कर वाहन को लूट लिया जाता था।
रिपोर्ट-ऋषि राज

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