वाराणसी: काशी के रविदास घाट पर 21वें 'गंगा महोत्सव 2015' का शानदार आगाज रविववार को सूफी गायक हंसराज हंस की शानदार गायकी के साथ हुआ। गंगा की कलकल बहती धारा के समांनांतर हंसराज के सूफियाना गीतों की धारा में रात तक श्रोता गोते लगाते रहे। इसके पूर्व हंसराज ने मीडिया से बातचीत के दौरान असहिष्णुता के सवाल पर कहा कि मैं तो सूफी गायक हूं और अपनी धुन में खोया रहता हूं। मुझे ये सारी चीजे हिन्दुस्तान में नहीं दिखती। शाहरूख खान के बयान पर कहा कि सेलेब्रेटी चाहे जो भी हो उसे संभलकर बयान देना चाहिेए।
महोत्सव का उद्घाटन सूबे के पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने गंगा पूजन और दीप प्रजवलन कर किया। इस मौके पर कमिश्नर नितीन रमेश गोकर्ण, डीएम राजमणि यादव, एसएसपी आकाश कुलहरि और पंडित छन्नू लाल जी मिश्र आदि लोग मौजूद रहे।
मीडिया से बातचीत के दौरान हंसराज हंस ने कहा कि पूरी दुनिया में जो तनाव फैला है उसे खत्म करने के लिए इंसान जो पूरी दुनिया में ढूंढ रहा है उसकी तलाश काशी आ कर पूरी हो सकती है। ये गुरु रविवदास, कबीर दास जी और तुलसीदास जी का शहर है। कहा कि ये इतना बड़ा शहर है कि यहां आने से डरता हूं।
सूफी गायक हंसराज हंस ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। उन्हें बब्बर शेर बताया। कहा कि अभी लन्दन में उन्होंने भारतीयों के बीच जो सभा की इतनी भीड़ हमने पहले कभी नहीं देखी थी। हंसराज ने कहा कि ये काशी का सैभाग्य है कि पीएम मोदी यहां के सांसद हैं।
देश का प्रचीन होने के साथ कबीर साहब का ये शहर दुनिया का सबसे मुकदस शहर है। सूफी गायक होने के नाते कबीर साहब की धरती पर गाना सौभाग्य की बात है। हंसराज ने कहा कि आज पूरी दुनिया में मजहब-मजहब का और एक देश दूसरे देश का दुश्मन बना हुआ है। इन सब के बीच सूफी संगीत दिलों को जोड़ता है मजहबों को पास लाता हैं। उन्होंने सबसे पहले शास्त्रीय संगीत से गायकी की शुरुआत की उसके बाद अपने हिट गीतों से लोगों को मन्त्रमुग्ध कर दिया।
शहनाई वादन पंडित दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना,तरुण भट्टाचार्या एवं श्री स्नेहा शिश मजूमदार का संतूर एवं मेंडोलियन की जुगलबंदी होगी आखिर में सुश्री गीतांजली लाल ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया।
उद्घाटन के बाद ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि ये काशी दुनिया में पहले से ही प्रसिद्ध है औऱ पीएम यहां के सांसद बने तो बड़ी उम्मीद थी कि काशी करवट लेगी। पर काशी ने करवट तो लिया और यहां बड़े-बड़े घरानों के लोगों का जन्मदिन मनने लगा लेकिन आज तक काशी का जन्म दिन नहीं मनाया गया। सोलह महीने की केन्द्र सरकार ने पर्यटन के लिए तो कुछ दिया नहीं। पर काशी को दुनिया में और ज्यादा ख्याती दिलाने व पर्यटन की दृष्टि से इसका विकास करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। प्रदेश सरकार काशी के घाटों पर लेजर शो दिखाया जायेगा। लेजर शो के जरिये घाटों के आकर्षण को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने चार करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट बनवाया है जल्द ही काम शुरु हो जायेगा। बताया कि मुम्बई से लेजर शो के एक्सपर्ट को बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि गंगा महोत्सव को 21 साल हो गये हैं और अब ये महोत्सव धीरे धीरे जवान हो रहा है। गंगा महोत्सव और देव दीपावली काशी की पहचान बन चुकी है। उन्होंने कहा कि दुनिया में जिसे स्वर्ग देखना हो वो देव दीपावली पर काशी आये !!
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