UP की खास बड़ी खबरे

🏀UP की खास बड़ी खबरे🏀
🔹➖➖➖➖➖➖🔹
📌लोंभ मे खूनी रिश्ते का खून📌
🔸➖➖➖➖➖➖🔸
⭕राहुल के कातिलों को बचाने मे
सिकंदरपुर पुलिस की भूमिका अहम

🛢💻💻💻💻💻💻🛢
लखनऊ (यूपी)।प्रदेश के बलिया जनपद की एक साल 11 दिन पूर्व हुई चर्चित राहुल हत्या कांड मे कातिलों को बचाने मे बलिया के सिकंदरपुर पुलिस ने अहम भूमिका निभाई।
➖➖➖➖➖➖➖➖
जहां साक्ष्य होते हुए भी अनदेखी की तत्कालीन थानाध्यक्ष ने मृतक की माँ को भेजा देवरिया कहा वही होगा पीएम चुपके से बलिया में कराया पीएम जब मृतक के कमरा खुला था तो अन्य दो कमरे और बालकनी का क्यों तोडा ताला,तोडा तो तफ्तीश में क्यों नहीं किया दर्ज
राहुल की लम्बाई 5 फिट 4 इंच और टेबल और पंखे के बीच की ऊचाई 4 फिट 10 इंच कैसे लगी फाँसी मृतक सोने की चेन अंगूठी और ब्रेसलेट पहनता था , ये सब सामान कहा गये।
⭕➖➖➖➖➖➖⭕
न्याय की कटघरे मे बन्द चर्चित राहुल हत्याकांड का खुलासा करने मे भागीरथ प्रयास कर कातिलों को कानून के शिकंजे मे बांधने व एक बेबस विधवा माँ को उसके एकलौते बेटे की हत्या का इंसाफ दिलाने वाले लोकप्रिय
🔸➖➖➖➖➖➖🔸
बलिया के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा द्वारा क्राइम ब्रांच के तेजस्वी और अनुभवी निरीक्षक अल्ताफ हुसेन को दिया तो श्री हुसेन ने पहले कई बार घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही शव के फोटो ग्राफ्स और पुलिस द्वारा लिये गये साक्ष्यो का अवलोकन बारीकी से किया गया ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
पंखे से लटकी लाश की लम्बाई और पंखे और टेबल के बीच की दुरी श्री हुसेन के दिमाग में अटक गयी ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
श्री हुसेन द्वारा अपने निष्कर्ष को पुलिस अधीक्षक को बताया गया एक्सपर्ट राय मंगाने का आग्रह किया गया । एक्सपर्ट की राय से स्पष्ट हो गया कि राहुल ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी सुनियोजित तरीके से हत्या की गयी ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
शरीर पर मिले अंदरुनी चोट ने हत्या को प्रमाणित करने में महत्व पूर्ण भूमिका निभाई । साथ ही 28 तारीख को अगला दिन न देखने की धमकी और 4 तारीख को सड़ीगली लाश मिलना हत्या को दर्शा रहा था फिर भी सिकंदर पुर पुलिस द्वारा हड़बड़ी में आत्महत्या साबित करने की क्या जल्दी थी ।
🔸➖➖➖➖➖➖🔸
जब पोस्टमार्टम बलिया होना था तो मृतक की माँ को देवरिया में पीएम होगा वाला कागज क्यों दिया गया ? और बिना माँ की उपस्थिति के पीएम कैसे हो गया यह सवाल लोगो के दिमाग में कौंध रहा है और पूछ रहे है कि आखिर थानाध्यक्ष संजय द्विवेदी को क्यों आत्महत्या साबित करने की तेजी थी ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
यह भी राज खुलना चाहिये कि वह कौन विचौलियां था जो हत्यारो और पुलिस को मिलाने का काम किया । कुल लगभग दो करोड़ की सम्पति, राहुल के न रहने पर किसको मिल सकती है , किसको फायदा होगा इस बिंदु पर थानाध्यक्ष ने क्यों नहीं सोचा जाँच होनी चाहिए ।
⭕➖➖➖➖➖➖⭕
राहुल की हत्या संपत्ति हड़पने की नियत से सगे  दो ताऊओ ने की पुलिस अधीक्षक ने प्रेसवार्ता में दी जानकारीएक महिला समेत 4 हुए हैगिरफ्तार।
⭕➖➖➖➖➖➖⭕
बलिया के सिकंदरपुर कस्बे मे पिछले 4 जुलाई 2015 से चर्चा में रहने वाले राहुल हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक बलिया मनोज कुमार झा ने हत्यारे दो सगे बड़े पिताओ एक चचेरे भाई और उसकी पत्नी को मीडिया के सामने पेशकर किया ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
इस चर्चित हत्याकांड को क्राइम ब्रांच के निरीक्षक अल्ताफ हुसेन द्वारा पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अकेले पर्दाफाश किया गया ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
इसके लिये पुलिस अधीक्षक ने अल्ताफ हुसेन को 2500 रूपया का इनाम देने की घोषणा की । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन लोगो ने बड़े ही शातिराना अंदाज़ में जायदाद हड़पने के लिए अपनों ने अपनों का कत्ल किया है ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्या के समय मिले साक्ष्यो और फोटोग्राफ को बारीकी से जाँच किया गया तो यह हत्या का स्पष्ट केस लगा जिसको जबरिया आत्महत्या का केस बनाया गया था ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
📌अभी अधूरा है इंसाफ📌
🔸➖➖➖➖➖➖🔸
तत्कालीन एसपी अनीस अहमद अंसारी ने 14 लोगो की बनाई थी लिस्ट भू-माफियाओं की भूमिका से नहीं किया जा सकता है इंकार
एक पत्रकार और उसके साथी का नाम प्रेसवार्ता में आया सामने
➖➖➖➖➖➖➖➖
  📌चार हत्यारो की गिरफ्तारी के वावजूद राहुल की आत्मा को अभी पूरा इंसाफ नहीं मिल पाया है । तत्कालीन एसपी अनीस अहमद अंसारी ने गिरफ्तार अभियुक्तों संग 14 संदिग्धों की सूची तैयार की थी लेकिन जब तक करवाई करते उनका तबादला हो गया । लेकिन अनीस अहमद अंसारी के अधूरे कार्य को वर्तमान पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने बखूबी निभाया है
➖➖➖➖➖➖➖➖
इस हत्याकांड में भू माफियाओ के साथ एक पत्रकार और उसके साथी की भूमिका भी सामने आई है । पुलिस अधीक्षक की प्रेसवार्ता में मृतक की माँ मालती देवी और उसके रिश्तेदार ओमप्रकाश वर्मा ने मीडिया वालोseru khan:
के सामने ही एक तथा कथित पत्रकार और उनके साथी का नाम लेकर ढाई लाख रुपये लेकर पुलिस अधीक्षक और अल्ताफ हुसेन का स्थानांतरण कराने और मृतक की माँ को धमकाने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
आइओ श्री हुसेन ने भी मालती के कथन से सहमति व्यक्त की है । इस खुलासे के बाद भी अधूरा इंसाफ इस लिए कहना पड़ रहा है कि इस कांड में केवल राहुल की ही हत्या नहीं हुई है बल्कि कानून के रखवालो ने ही कानून की हत्या की है तो अपनों ने रिश्तों का क़त्ल किया है
➖➖➖➖➖➖➖➖
पत्रकार ने पत्रकारिता की हत्या की है वो भी मात्र पैसे की खातिर । तत्कालीन थानाध्यक्ष संजय द्विवेदी और आइओ के के शुक्ल ने इंसाफ का गला घोटकर कानून के अपराधी हो गये है । इनलोगो ने जानबूझ कर मालती देवी को जो कागज दिया उसमे देवरिया में पीएम के लिए भेजकर बलिया में पीएम कराया ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
मृतक के मुंह में कपडा ठूसा गया था इस बात को सबसे छुपाया । इस लिये ऐसे अधिकारी का किसी भी थाने का प्रभार देना राहुल को अधूरा इंसाफ होगा । अब देखना यह है कि पुलिस अधीक्षक भू माफियाओ पुलिस पत्रकार के नापाक गठजोड़ पर कब प्रहार करते है ।
➖➖➖➖➖➖➖➖
इनके खिलाफ करवाई होने पर ही राहुल को पूरा इंसाफ मिलना कहा जायेगा
⭕📌📌👇 👇 📌📌⭕

CONVERSATION

0 comments:

Post a Comment