पल्स पोलियो टॉस्क फ़ोर्स की बैठक सम्पन्न

उरई
पल्स पोलियो टास्क फोर्स की बैठक में जिलाधिकारी राम गणेश ने निर्देश दिए कि पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के लिए दिए जाने वाले प्रशिक्षण में जो कर्मचारी नहीं आता है उसका वेतन रोक दिया जाये। इसके पहले दिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बहुत कम संख्या में कर्मचारी शामिल हुए हैं। यह बेहद खेद का विषय है। जो चिकित्साधिकारी शिथिलता करेगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही जागरूकता रैली हर बार शहर में अलग अलग स्थानों से निकाली जानी चाहिए ताकि उसका प्रभाव दिखाई पड़े।

बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में जिलाधिकारी को जानकारी दी गयी कि 22 नवंबर को पल्स पोलियो बूथ दिवस है। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डीएम ने पूंछा कि पिछले प्रशिक्षण में कितने कर्मचारी आये तो पता चला कि बड़ी संख्या में कर्मचारी आये ही नहीं थे। इस पर डीएम ने सख्त नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि जो कर्मचारी प्रशिक्षण में नहीं आते हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाये। स्पष्टीकरण मांगने से काम नहीं चलने वाला है। बूथ दिवस के एक दिन पूर्व निकाली जाने वाली जागरूकता रैली को लेकर डीएम ने कहा कि लगातार एक ही स्थान से रैली निकाली जाती है और तय रूट से ही होकर समापन कर दिया जाता है जिससे उसका कोई खास महत्व नहीं दिखाई देता है। इस बार से अलग अलग स्थानों से रैली निकाली जाये ताकि लोगों पर इसका प्रभाव पड़ सके। उन्होंने कहा कि पोलियो को जड़ से मिटाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। इसका क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाना चाहिए। बाद में उन्होनें अस्पतालों ने दवाइयों की उपलब्धता के बारे में भी पूंछा। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी आनंद कुमार, सीएमओ डा. आशाराम, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सत्य प्रकाश, सीएमएस डा. बीबी आर्या, सीएमएस डा. सुनीता बनौधा, डा. प्रेम प्रताप, डा. धर्मेंद्र, डीपीआरओ मोहम्मद सरफराज आलम उपस्थित रहे।

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