पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी आई0एस0आई0 का एजेन्ट गिरफतार


एस0टी0एफ0 उत्तर प्रदेश ने भारतीय सेना की जासूसी कर महत्वपूर्ण सूचनाए पाकिस्तानी आईएसआई एजेंन्सी को उपलब्ध कराने वाले पाकिस्तानी नागरिक मौहम्मद इजाज उर्फ मौहम्मद कलाम पुत्र मौहम्मद इश्हाक निवासी तरामडी चैक, इरफानाबाद, इस्लामाबाद पाकिस्तान हाल पता 457, दीवान खाना, शाहाबाद, बरेली उ0प्र0 को गिरफ्तार किया है।
गिरफतार अभियुक्त मौहम्मद इजाज उर्फ मौहम्मद कलाम पुत्र मौहम्मद इश्हाक निवासी तरामडी चैक, इरफानाबाद, इस्लामाबाद पाकिस्तान।के पास सेभारतीय सेना से सम्बन्धित गोपनीय दस्तावेज एटीएम कार्ड 01 अदद (सैन्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया)अभियुक्त के नादरा कार्ड (पाकिस्तानी पहचान पत्र) की फोटो काॅपी  मोबाइल 01 अदद (सैमसंग)
सिम कार्ड 01 अदद (टाटा डोकोमो)लैपटाॅप 01 अदद (तोशिबा) पैन ड्राइव 01 अदद (16 जीबी)पश्चिमी बंगाल में बना फर्जी वोटर आईडी कार्ड की फोटो काॅपी बरेली के पते पर बना फर्जी आधार कार्ड दिल्ली मैट्रो का टेªवलर कार्ड भारतीय रू0 463/- नगद  नेपाल का 10 रू0 का नोट एक सिक्का 50, सउदी रियाल  बरामद किया हैं पूछताछ पर गिरफतार आरोपी ने बताया कि वह मूलतः इस्लामाबाद, पाकिस्तान का निवासी है। उसके पिता पाकिस्तान एग्रीकल्चरल रिसर्च सैन्टर, इस्लामाबाद में ड्राईवर थे, जिनका वर्ष-2004 में देहान्त हो गया था। अभियुक्त के परिवार में फोटागा्रफी/वीडियोंगा्रफी व प्रोसेसिंग का कार्य होता है, जिसमे वह स्वयं भी दक्ष है। वर्ष-2012 में वह आई0एस0आई0 अधिकारियों के सम्पर्क में आया, जिन्होने उसे गहन प्रशिक्षण देकर भारत जाने के लिए तैयार किया। भारत में उसे पश्चिमी उ0प्र0 व उत्तराखण्ड में स्थित विभिन्न सैन्य इकाईयों से सम्बन्धित गुप्त सूचनाए, प्रतिबन्धित महत्व के दस्तावेज व भारतीय सेना की गतिविधियों की सूचना एकत्र कर पाकिस्तानी आई0एस0आई0 के अधिकारियों को भेजने का टास्क दिया गया। इस उददेश्य से दिनांकः 31-01-2013 को उसे मौहम्मद कलाम के नाम पर बने पाकिस्तानी पासपोर्ट पर कराची से ढाका भेजा गया, जहाॅ पर प्रोबीन नाम के व्यक्ति ने उससे पासपोर्ट व अन्य पहचान संबंधी दस्तावेज ले लिए। कुछ दिन बाद प्रोबीन उसे नदी के रास्ते भारत-बाग्लादेश सीमा पार करा कर दिनांकः 09-02-2013 को मौहम्मद इरशाद निवासी मटीया बुर्ज, सा
उथ 24 परगना, पश्चिमी बंगाल के घर छोड़ गया। मौहम्मद इरशाद व उसके लड़के अशफाक ने अपने एक रिश्तेदार जहाॅगीर निवासी कसाईपाड़ा, कोलकाता के माध्यम से उसके भारतीय पहचान के फर्जी दस्तावेज (जूनियर हाईस्कूल प्रमाण-पत्र, फर्जी वोटर कार्ड, राशन कार्ड, सैन्ट्रल बैक आॅफ इण्डिया का खाता) तैयार कराये। वहाॅ पर रहते हुए उसने किसी रईश नाम के व्यक्ति के साथ फोटोगा्रफी/वीडियोंगा्रफी का काम किया था, जिसने उसकी मुलाकात अजीमाबाद, जनपद आरा, बिहार निवासी आसमा पुत्री शमशेर से करायी तथा अक्टूबर-2014 में दोनो का निकाह करा दिया। वह लगभग 02 माह आरा, बिहार में रहा तथा दिसम्बर-2014 में अपने मिशन के तहत बरेली आ गया। बरेली में वह अपनी पहचान छिपाकर मौहम्मद कलाम निवासी बिहार बनकर विभिन्न फोटोगा्रफी/वीडियोंगा्रफी करने वालों के साथ फ्रीलान्स वीडियों मिक्सिंग/एडिटिंग का काम करने लगा। इसी दौरान उसने किसी दलाल के माध्यम से मौहम्मद कलाम के नाम व शाहबाद, बरेली के पते पर भारतीय पहचान वाला आधार कार्ड फर्जी तरीके से बनवा लिया। बरेली में रहते हुए उसने यमुना एक्सप्रेसवे पर मिराज की इमरजेन्सी लैडिंग सम्बन्धी वीडियों, बरेली क
ैण्ट में स्थित विभिन्न इकाईयों से सम्बन्धित जानकारी, बरेली एयरबेस व सुखोई-30 फाईटर जैट से सम्बन्धित जानकारी, रायवाला (हरिद्वार) कैण्ट से किसी सैन्य इकाई के मूवमेन्ट की जानकारी व पिथौरागढ स्थित माउन्टेन ब्रिगेड से सम्बन्धित जानकारी पाकिस्तान के आई0एस0आई0 अधिकारी को उपलब्ध करायी। यह भी बताया कि उसको अब तक पाकिस्तानी खूफिया एजेन्सी आई0एस0आई0 द्वारा भारतीय सेना व उसकी इकाईयों से सम्बन्धित गुप्त सूचनाए उपलब्ध कराने तथा भारत में इसी प्रकार बने रहकर गतिविधिया चलाने के लिए विभिन्न समय पर कुल रू0 5.8 लाख का भुगतान किया जा चुका है। साथ ही उसके परिवार को पाकिस्तान में प्रतिमाह 50 हजार रूपयें का भुगतान किया जा रहा है। अभियुक्त के विरूद्व थाना सदर बाजार जनपद मेरठ में अभियोग पंजीकृृत करा कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।  इस सम्बन्ध में अभिसूचना विभाग के अधिकारियों व आतंकवाद निरोधक दस्ता(ए0टी0एस0) को भी सूचित किया गया है, जिनके द्वारा गिरफतार अभियुक्त से विस्तृृत पूछताछ की जा रही है।

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