भारत का करारा जवाब ,जैश को किया क्लैश!







कैंपों में सो रहे 350 आतंकी वहीं ढेर हो गए। इन पर मिराज विमानों से 1000 किलो के बम गिराए गए। भारत की इस जवाबी कार्रवाई से जैश का जोश ठंडा पड़ गया तो पाकिस्तान सहम गया है। वहीं, भारत में जश्न का माहौल है। पाक पीएम इमरान समेत सारे नेताओं व चेहरे लटक गए हैं। पाक ने फिर भी दंभ भरते देते हुए बदले की धमकी दी है तो भारतीय सेना और सरकार की अगली तैयारी भी कर रखी है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही साफ-साफ कह दिया था इस बार 'पूरा हिसाब' होगा।

बालकोट के जंगल में पहाड़ी पर बना रिसॉर्टनुमा कैंप तबाह
भारतीय वायुसेना ने 1971 के युद्ध के बाद पहली बार पाकिस्तान में घुसकर हवाई हमले किए हैं। इससे पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने वाले जैश-ए- मोहम्मद को भारी नुकसान हुआ है। बालकोट शहर से 20 किमी दूर जंगल में एक पहाड़ी पर बने पांच सितारा रिसॉर्टनुमा उसके सबसे बड़े कैंप पर जैसे ही मिराज विमानों ने 1000-1000 किलो के लेजर गाइडेड बम गिराए वह मलबे के ढेर में तब्दील हो गया।
वहां जैश के 325 आतंकी और 25 से 27 ट्रेनर मारे गए। यहां 500 से 700 आतंकियों के रहने के इंतजाम थे। भारत के बदले की कार्रवाई की आशंका के कारण जैश ने हाल ही में पीओके स्थित कैंपों से आतंकियों को यहां शिफ्ट किया था। रिसॉर्टनुमा कैंप में आतंकियों के लिए स्वीमिंग पुल, रसोइये व सफाईकर्मियों का भी इंतजाम था।
पाक सेना को भनक नहीं लगी
पाकिस्तान सेना व रक्षा प्रतिष्ठानों को भारत की इस बदले की कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी। पाक सेना को शंका थी कि भारत नियंत्रण रेखा के निकट पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक करेगा, लेकिन इस बार भारत ने रणनीति बदली और उसे सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाया।
भारतीय ल़़डाकू विमानों ने पश्चिमी व मध्य कमान से एक साथ उ़़डान भरी तो पाक रक्षा अधिकारी भ्रमित हो गए। वे यह पता लगाने में विफल रहे कि ये विमान किधर जा रहे हैं। विमानों के एक समूह ने बालकोट का रास्ता पकड़ा और चंद मिनटों में कैंप तबाह कर लौट आए। वहां अब मलबे का ढेर फैला हुआ है।
मसूद का साला यूसुफ अजहर था कैंप का मुखिया, मौत की खबर
बालकोट के आतंकी कैंप का मुखिया जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर का साला मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी था। उसके भी मारे जाने की खबर है, हालांकि इसकी अभी अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है।
एबटाबाद के पास है बालकोट
--बालकोट नियंत्रण रेखा से 80 किमी दूर है।
--यह एबटाबाद के पास है, यहीं अमेरिकी कमांडो ने अलकायदा के आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को मार डाला था।
और हमले की तैयारी में था जैश : विदेश सचिव
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि पुख्ता खुफिया सूचनाओं के दम पर यह ऑपरेशन किया गया। यह भी सूचना मिली थी कि जैश-ए- मोहम्मद पुलवामा के बाद भारत के विभिन्न हिस्सों में और आत्मघाती हमले करने की तैयारी कर रहा था। इसके लिए फिदायीन आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। खतरे को भांपते हुए तत्काल अचूक हमले जरूरी हो गए थे। गोखले ने बताया कि मंगलवार तड़के भारत ने बालकोट में जैश के सबसे बड़े आतंकी कैंप को तबाह कर दिया।
इस हमले में बड़ी संख्या में जैश के आतंकी, ट्रेनर, सीनियर कमांडर व जेहादी मारे गए। उन्होंने कहा कि जवाबी कार्रवाई के वो टारगेट चुने गए जो रहवासी बस्तियों से दूर थे ताकि आम नागरिकों की जानमाल को नुकसान ना पहुंचे। गोखले ने कहा कि जैश को संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंधित संगठन घोषित कर रखा है। वह 2001 में भारतीय संसद व 2016 में पठानकोट एयरबेस व हाल ही में पुलवामा समेत कई हमलों में शामिल रहा है। पाकिस्तान को कई बार उसके सबूत दिए गए लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की।
भारत ने आक्रमण किया है जवाब देंगे : पाक विदेश मंत्री
उधर, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मेहमूद कुरैशी ने कहा कि भारत ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर आक्रमण किया है, इसका जवाब देने का हमें हक है।
अकड़ कायम : पाक सेना ने कहा- कोई नुकसान नहीं हुआ
आतंकी अड्डों में भारी तबाही के बाद भी पाकिस्तान की अकड़ कम नहीं हुई। पाक सेना के मेजर जनरल व प्रवक्ता आसिफ गफूर ने सबसे पहले ट्वीट कर कहा कि भारतीय विमानों ने मुजफ्फराबाद सेक्टर में घुसपैठ की। पाक वायुसेना के तत्काल व प्रभावी जवाब से भारतीय विमानों ने जल्दबाजी में जंगल में बम फेंक दिए जो बालकोट के पास गिरे।
हमले में कोई मौत या क्षति नहीं हुई और भारतीय विमान लौट गए। प्रवक्ता ने हड़बड़ी में भारतीय विमानों का वीडियो भी जारी कर दिया, इससे खुद साबित हो गया कि वे नियंत्रण रेखा पार कर के आए थे और बमबारी की गई।



 
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